Rajasthan Crime News:सवाई माधोपुर जिले की खंडार तहसील क्षेत्र के बहरावंडा कलां थानांतर्गत मोरोज गांव में सोमवार शाम को हुई युवक की हत्या के बाद अब तक पुलिस और परिजनों के बीच शव लेने को लेकर सहमति नहीं बन पाई है. 


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घटना के 20 घण्टे गुजर जाने के बाद अभी भी शव बालेर सीएचसी में रखा हुआ है. वहीं भारी तादात में ग्रामीण सीएचसी परिसर में जमा है. प्रशासन के सुस्त रवैये के चलते परिजन और ग्रामीण खासे आक्रोशित है, फिलहाल मौके पर पुलिस का अतिरिक्त जाप्ता सहित सीओ ग्रामीण घनश्याम वर्मा, खंडार थानाधिकारी गिर्राज प्रसाद मय पुलिस जवान मौके पर मौजूद है ओर लगातार ग्रामीणों से वार्ता कर समझाईश का प्रयास कर रहे है. 



दूसरी तरफ नाबालिग का अपहरण और उसके बाद पीड़िता के भाई की हत्या के आरोपी पुलिस गिरफ्त के बाहर है, पुलिस आरोपित युवकों की तलाश में अलग अलग स्थानों पर दबिश देकर हत्यारों को पकड़ने का प्रयास कर रहीं है.



ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार मृतक युवक विष्णु की नाबालिग बहन का दो युवकों ने अपहरण कर बाइक पर उठा ले गए थे, इसके बाद पीड़िता के घर पहुंचने पर परिजनों ने बहरावंडा कलां थाने में जाकर नामजद मुकदमा दर्ज करवाया था. इसके बाद से ही पीड़ित परिवार को जान से मारने की धमकियां मिल रहीं थी.



जब पीड़िता के परिजनों द्वारा केस वापस नहीं लिया गया, तो अपहरण कर्ताओं ने नाबालिग के भाई की मोरोज गांव स्थित तालाब के समीप धारदार हथियार से हमला कर और पिस्टल से गोली मारकर हत्या कर दी.जानकारी मिलने पर परिजन और ग्रामीण घटनास्थल पर पहुंचे और मृतक 22 वर्षीय युवक विष्णु प्रजापत को ट्रेक्टर ट्राली में डालकर सीएचसी बालेर लेकर आयें, जहां चिकित्सकों ने युवक को मृत घोषित कर दिया.



इसके बाद ग्रामीणों ने बहरावंडा कलां थाना पुलिस को घटना की जानकारी दी पर 3 घण्टे गुजर जाने के बाद भी बहरावंडा कलां थाना पुलिस मौके पर नहीं पहुचीं. 3 घण्टे बाद खंडार थाना सीआई गिर्राज प्रसाद मय जाब्ता बालेर पहुंचे.


जहां आक्रोशित परिजनों और ग्रामीणों ने पुलिस को मृतक का शव उठाने से मना कर दिया.फिलहाल बालेर सीएचसी में ग्रामीण टेंट लगाकर प्रशासनिक अधिकारियों के आने का इंतजार कर रहें है.



ग्रामीणों के मुताबिक 13 जून को आरोपियों के खिलाफ नाबालिग लड़की के अपहरण की एफआईआर बहरावंडा कलां थाने में दर्ज करवाई थी. सोमवार को बदमाशों ने मृतक युवक विष्णु व उसके परिजनों को धमकी दी गयी थीं, जिसकी सूचना बहरावंडा कलां पुलिस को दी पर पुलिस मौके पर नहीं पहुचीं और आरोपियों ने युवक विष्णु को मौत के घाट उतार दिया. 


इसके बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस को जमकर खरी खोटी सुनाई.परिजनों का आरोप है कि नाबालिग लड़की के अपहरण के 5 दिन बाद भी पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी रहीं. अगर समय पर आरोपियो पर कार्यवाही हो जाती, तो शायद युवक की जान बच जाती परिजनों ने बहरावंडा कलां थाना पुलिस पर पैसे लेकर अपहरण के केस को दबाने का गम्भीर आरोप लगाया.


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