Sawai madhopur: तीन दिन से बोरवेल में जिंदगी और मौत से लड़ रही है महिला, रेस्कूय ऑपरेशन जारी
Sawai madhopur news: बामनवास के रामनगर बैरवा ढाणी में खुला बोरवेल एक बार फिर काल का पर्याय साबित हुआ.मंगलवार शाम से लापता हुई 25 वर्षीय महिला मोना बाई की चप्पल कल दोपहर उन्हीं के मकान के पीछे एक बोरवेल के पास मिली.
Sawai madhopur news: बामनवास के रामनगर बैरवा ढाणी में खुला बोरवेल एक बार फिर काल का पर्याय साबित हुआ.मंगलवार शाम से लापता हुई 25 वर्षीय महिला मोना बाई की चप्पल कल दोपहर उन्हीं के मकान के पीछे एक बोरवेल के पास मिली.
महिला के गिरने के अंदेशा होने की सूचना के बाद उपखंड प्रशासन मौके पर पहुंचा.संवेदनशील माहौल के चलते जिला प्रशासन भी मौके पर पहुंचा.वहीं भरतपुर व अजमेर से आई हुई एनडीआरएफ और एसडीआरएफ टीम ने सिविल डिफेंस के साथ मिलकर रेस्क्यू कार्य प्रारंभ किया.
90 फीट से अधिक गहराई में फंसी
30 घंटे से अधिक समय तक जारी रेस्क्यू ऑपरेशन के बावजूद महिला को निकाला नहीं जा सका.प्राथमिक तौर पर बोरवेल में ऑक्सीजन पाइप व कैमरा डाले गए. साइटिंग के आधार पर महिला 90 फीट से अधिक गहराई में फंसी हुई है.ऐसे में एसडीआरएफ में एनडीआरएफ टीमों ने रोड डालकर महिला को निकालने के प्रयास किया.लेकिन सारे प्रयास नाकाफी साबित हुए.मौके पर पहुंचे डीएम गौरव सैनी ने मौका स्थिति को भापते हुए अंतिम विकल्प के तौर पर खुदाई कार्य प्रारंभ करने के निर्देश दिए.
इसके बाद आज दोपहर बोरवेल के समीप से 135 फीट लंबाई तक स्लोपनुमा गड्डा खोदने का कार्य शुरू किया गया.जिला प्रशासन द्वारा 24 घंटे में रेसक्यू ऑपरेशन पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया.
जानकार सूत्रों के मुताबिक बोरवेल एक माह पूर्व ही खोदा गया था. जिसमें पानी नहीं आने के चलते उसे खुला छोड़ दिया गया.बोरवेल के आसपास कच्ची मिट्टी होने के चलते महिला के सकुशल होने की उम्मीदें भी लगभग धराशाई नजर आ रही है.हालांकि ग्रामीणों की दुआओं के बीच जिला प्रशासन के निर्देशन में रेस्क्यू ऑपरेशन युद्ध स्तर पर किया जा रहा है।देखने वाली बात यह होगी कि महिला को आखिर कब तक उस बोरवेल से निकाला जा सकेगा?