Sawai madhopur: अंडरपास में डूबने से छात्र की मौत, शव रखकर धरने पर बैठे परिजन
Sawai madhopur: गंगापुरसिटी क्षेत्र में दिल्ली मुंबई रेलवे लाईन पर बने एक अंडरपास में बारिश के पानी भरने से छात्र की डूबने से मौत हो गई, इस दौरान मौके पर ग्रामीणों की भीड़ एकत्रित हो गई. इसके बाद ग्रामीण अपनी विभिन्न मांगों को लेकर शव रखकर धरने पर बैठ गए.
Sawai madhopur: सवाई माधोपुर जिले के गंगापुरसिटी क्षेत्र में दिल्ली मुम्बई रेलवे लाईन पर बने एक अंडरपास में बारिश के पानी भरने से एक किशोर की डूबने से मौत हो गई. स्थानीय लोगों ने कड़ी मशक्कत के बाद आज सुबह अंडरपास के पानी से किशोर का शव बाहर निकाला. इस दौरान मौके पर सैंकड़ों ग्रामीणों की भीड़ एकत्रित हो गई. इस दौरान ग्रामीण अपनी विभिन्न मांगों को लेकर शव रखकर धरने पर बैठ गए.
सूचना पर पुलिस प्रशासन मौके पर पहुंची और ग्रामीणों से समझाइस का प्रयास किया. लेकिन ग्रामीण नहीं माने और प्रदर्शन कर रहे हैं. वहीं घटना की सूचना पर गंगापुरसिटी विधायक रामकेश मीणा व पूर्व भाजपा विधायक मानसिंह गुर्जर भी मौके पर पहुंचे. वर्तमान व पूर्व विधायक ग्रामीणों के साथ धरना स्थल पर मौजूद हैं. जानकारी के मुताबिक सलेमपुर निवासी किशोर शुक्रवार शाम को गंगापुरसिटी से निजी स्कूल से पढ़कर साइकिल से अपने गांव जा रहा था.
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इस दौरान क्षेत्र में हुई बारिश से दिल्ली मुम्बई रेलवे लाईन स्थित अंडर पास 177 में पानी भर गया. बताया जा रहा है कि संभवतया किशोर ने गांव जाने के लिए अंडरपास में भरे पानी से निकलने का प्रयास किया और इस दौरान किशोर पानी मे डूब गया. उधर किशोर के घर नहीं पहुंचने से परेशान परिजनों ने रात भर किशोर को ढूंढने का प्रयास किया. लेकिन किशोर का कहीं भी पता नहीं चला.
आज सुबह अंडरपास पर किशोर की साईकिल पड़ी मिली. जिस पर परिजनों को किशोर के पानी मे डूबने का शक हुआ और परिजनों ने ग्रामीणों के सहयोग से अंडरपास के पानी मे किशोर को ढूंढने का प्रयास किया. करीब तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद ग्रामीणों ने अंडरपास के पानी में से किशोर का शव ढूंढ निकाला. अंडरपास में भरे पानी में किशोर की मौत होने से नाराज ग्रामीण अपनी विभिन्न मांगों को लेकर शव रखकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं.
ग्रामीणों की मांग है कि मृतक के परिवार को रेलवे 50 लाख रुपये का मुआवजा, रेलवे में नौकरी दे और दोषी रेलवे अधिकारियों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया जाए. साथ ही राज्य सरकार द्वारा भी मृतक के परिजनों को उचित मुआवजा दिया जाए. पुलिस एंव प्रशासन द्वारा ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया जा रहा है. लेकिन ग्रामीण अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं.