पीपल्दा के ग्रामीणों ने किया विरोध प्रदर्शन, मित्रपुरा तहसील से हटाकर बौंली में जोड़ने की मांग, सौंपा ज्ञापन
बौंली के पीपल्दा ग्राम पंचायत के प्रदर्शनकारियों ने बताया कि मित्रपुरा जाने के लिए साधनों का अभाव है. ऐसे में पीपल्दा के लोगों को राजस्व संबंधित कार्यों के लिए मित्रपुरा जाना पड़ता है जो बेहद मुश्किल है. स्थानीय ग्रामीणों ने पीपल्दा कस्बे को दोबारा बौंली तहसील में ही जोड़े जाने की मांग की है.
Bamanwas News: नगर पालिका मुख्यालय पर आज उपखंड क्षेत्र बौंली के पीपल्दा ग्राम पंचायत के ग्रामीणों ने 2 सूत्री मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया. ग्रामीणों ने एसडीएम कार्यालय पर नारेबाजी कर ज्ञापन सौंपा. ग्रामीणों ने पीपल्दा गांव को मित्रपुरा तहसील से हटाकर बौंली तहसील में जोड़े जाने व कल्याणपुरा क्षेत्र से अतिक्रमण हटाने की मांग को लेकर एसडीएम कार्यालय पर जमकर नारेबाजी भी की.
पंचायत समिति सदस्य प्रतिनिधि राजेंद्र पूर्विया ने बताया कि पीपल्दा कस्बा पूर्व में बौंली तहसील से जुड़ा हुआ था लेकिन इसको बौंली तहसील से हटाकर मित्रपुरा तहसील में जोड़ दिया गया है. वहीं मित्रपुरा की दूरी पीपल्दा से 20 किलोमीटर है जबकि पीपल्दा गांव बौंली से महज 13 किलोमीटर है. प्रदर्शनकारियों ने बताया कि मित्रपुरा जाने के लिए साधनों का अभाव है. ऐसे में पीपल्दा के लोगों को राजस्व संबंधित कार्यों के लिए मित्रपुरा जाना पड़ता है जो बेहद मुश्किल है. स्थानीय ग्रामीणों ने पीपल्दा कस्बे को दोबारा बौंली तहसील में ही जोड़े जाने की मांग की है.
वहीं ग्रामीणों ने मोरेल नहर कल्याणपुरा वाले रास्ते पर अतिक्रमण को लेकर भी आक्रोश जाहिर किया. ग्रामीणों ने बताया कि रास्ते पर कई दबंग लोगों द्वारा अतिक्रमण किया गया है जिसे लेकर ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत पर कई बार सूचना दी है लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई है.
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ग्रामीणों के मुताबिक रास्ते में एक देवता का स्थान भी पड़ता है. जहां सैकड़ों की संख्या में लोग दर्शन के लिए आते हैं. ऐसे में रास्ते के दोनों और अतिक्रमण होने के चलते पद यात्रियों को खासी परेशानी होती है. ग्रामीणों ने एसडीएम बद्रीनारायण मीणा को ज्ञापन सौंपकर अतिक्रमण हटाने की भी मांग की. ग्रामीणों ने दोनों ही मांगों को लेकर आक्रोश जाहिर करते हुए मामले में त्वरित कार्रवाई न होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी.
Reporter: Arvind Singh