स्वामी विवेकानंद जी की जयंती से पहले माउंट आबू में खण्डित हुई उनकी मूर्ति , स्थानीय लोगों में आक्रोश
Sirohi news: जहां स्वयं स्वामी विवेकानंद जी सन 1893 में शिकागों में आयोजित हुई धर्म संसद से पूर्व में माउंट आबू की चम्पा गुफा में तीन माह तक प्रवास कर गए थे.मूर्ति में साफ नजर आ रहा है स्वामी विवेकानंद जी की नाक को तोड़ा .
Sirohi news: जहां स्वयं स्वामी विवेकानंद जी सन 1893 में शिकागों में आयोजित हुई धर्म संसद से पूर्व में माउंट आबू की चम्पा गुफा में तीन माह तक प्रवास कर गए थे. उसी स्थान अर्थात नक्की झील के स्वामी विवेकानंद उद्यान में स्थापित स्वामी विवेकानंद जी की मूर्ति को कुछ असामाजिक तत्वों ने खण्डित करते हुए क्षतिग्रस्त कर दिया है . मूर्ति में साफ नजर आ रहा है स्वामी विवेकानंद जी की नाक को तोड़ा .
आक्रोश में लोग
यह किसने किया कब किया कैसे किया इसकी तो कोई जानकारी हो नहीं पाई लेकिन सुबह के समय इस स्थान पर आने पर यह स्वामी विवेकानंद जी की मूर्ति के साथ हुई भी दुर्दशा वह बदत्तर हालात को देखकर स्थानीय लोगों में आक्रोश जरूर व्याप्त हो गया और अभी 12 जनवरी को ही स्वामी विवेकानंद जी की जयंती भी देश भर में मनाई जाएगी.
ऐसे में हमारे इन महापुरुषों की मूर्तियों की सार संभाल सुरक्षा उनके प्रति हमारे मान सम्मान की भावनाओं की कद्र प्रशासन व नगर पालिका को है ,यह तस्वीरों से साफ साफ परिलक्षित हो रहा है . नगर पालिका आयुक्त से जबर बारे में जानकारी चाही गई तो मात्रा में इतना ही कह पाए कि मैं इसको अभी ठीक करवाता हूं मुझे भी नहीं पता यह किसने और कब किया .
स्वामी विवेकानंद जी की जयंती
गंभीर व दुखद इस घटना का एक पहलू यह भी है कि प्रतिवर्ष यहां पर स्वामी विवेकानंद जी की जयंती 12 जनवरी को मनाई जाती है. पिछले वर्ष 12 जनवरी 2023 को भी सांसद जालौर सिरोही देवजी एम पटेल ने इस स्थान की सार संभाल व सुरक्षा के लिए स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देश दिए थे .
वह स्वयं के खर्चे पर मूर्ति को भगवा पेंट भी करवाया था. लेकिन मात्र एक दिन निकल जाने के बाद इस स्थान की सुध लेने वाला कोई नहीं रहता. तभी जाकर के ऐसे हालात और सामाजिक तत्वों के द्वारा यहां पर स्थापित मूर्ति के खंडित होने की घटनाएं हमारे सामने आती है.
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