CM Ashok Gehlot In Neemkathana: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आज नीमकाथाना पहुंचे हैं, यहां कांग्रेस प्रत्याशी और विधायक सुरेश मोदी ने उनका स्वागत किया है. बता दें कि जिला बनने के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पहली बार नीमकाथाना आए हैं. पीसीसी सदस्य सुमित मोदी, खेतड़ी प्रत्याशी मनीषा गुर्जर ने भी सीएम के दौरे को लेकर खुशी जाहिर की है.सीएम को सुनने के लिए हजारों की संख्या में लोग मौजूद रहे. उदयपुरवाटी प्रत्याशी भगवान राम सैनी भी नीमकाथाना पहुंचे हैं.इस सभी प्रत्याशियों ने सीएम से मुलाकात करके उनका अभिवादन किया.


हम गुजरात से आगे निकल गए हैं


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सीएम अशोक गहलोत ने अपने संबोधन में कहा कि सड़के डेढ़ लाख किलोमीटर बनाई हैं, हम गुजरात से आगे निकल गए हैं. सोशल सिक्यूरिटी से दे रहे है 1000 रुपए. सरककर ने कोई कमी नहीं रखी है. 500 में सिलेंडर दे रहे हैं. 7 गारंटी दे रहे हैं. हम पानी, बिजली, शिक्षा के क्षेत्र के विकास किए हैं.आपका सीकर शिक्षा का हब बन गया है, सीकर में कोई कमी नहीं है.


वरदान साबित हुई है गाय की सेवा


सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि हमने गाय की सेवा की है, अलग विभाग बना दिया है.हमने गोशाला को 3 हजार करोड़ अनुदान दिया है. लंपी बीमारी से मरने पर पशु पालकों को 40 हजार दिए हैं, दस गारंटी दी थी, हमने. कुंभाराम नहर योजना का पानी इस इलाके में मंजूर कर दिया है. राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को याद किया. गरीब अमीर की खाई को हटाने में लगे हैं, लाखों का बीमा लागू किया है हमने. स्वास्थ्य का अधिकार का कानून पास किया है हमने.


 5 साल में 310 कॉलेज खोले हैं


दौड़ धूप कम करनी पड़ती है आमजन को.इस सीएम ने देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को भी याद किया.सीएम ने कहा कि सुरेश जी ने जो मांगा वो दिया. मांगते-मांगते थक जायेंगे, मैं देते-देते नहीं थकूंगा. इस बार 5 साल में 310 कॉलेज खोले हैं, राजस्थान में नीमका थाना में कॉलेज अस्पताल जैसे काफी विकास किए गए हैं. नगर परिषद् बनाई गई है. गणेश्वर को टूरिस्ट स्पॉट बनाया जा रहा है. रीको के क्षेत्र विकसित कर रहे हैं.


दूरियां कम होंगी


सीएम के आगमन पर मंजू सैनी ने कांग्रेस का सपोर्ट करते हुए अपना नामांकन वापस लिया है.इसके लिए आभार. पिछली बार आ नहीं सका था, उदयपुर में फंस गया था. हेलीकॉप्टर को अनुमति नहीं मिली थी. नीमकाथाना को जिला बनाने की आपकी मांग पूरी कर दी, सुरेश मोदी जी पद यात्रा भी की थी, एक साथ बीस जिले बनाए हैं. बड़ी बात है दूरियां कम होंगी. छोटे जिल बनने से फायदे हैं सरकारी मशानरी चुस्त दुरस्त हो जाती है.


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