Sikar: राजस्थान के सीकर किसान और ट्रैक्टर मालिक नवलगढ़ रोड स्थित खनिज विभाग के कार्यालय के बाहर मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के नेतृत्व में जिले भर के सैकड़ों किसानों का धरना लगातार तीसरे दिन भी जारी है. गौरतलब है कि इससे पहले दो दिनों से जिले के सैकड़ों किसान ट्रैक्टर रैली के रूप में खनिज विभाग पहुंचे थे.  किसानों का कहना है कि रवन्ना शुरू नहीं होगा तब तक उनकी यह लड़ाई लगातार जारी रहेगी. 


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किसान नेता किशन पारीक ने बताया कि राज्य सरकार ने सुप्रीम कोर्ट की आड़ में अवैध बजरी खनन को रोकने के लिए एक आदेश जारी करवाया है, जिसके तहत अनरजिस्टर्ड ट्रैक्टर पर पत्थरों का परिवहन करने पर पुलिस और खनिज विभाग एक लाख रुपये की लाख की पेनल्टी लगा सकती है. 


ऐसे में जो किसान खान संचालक को पैसे देने के बाद पत्थर लेकर आता है उस पर भी पेनल्टी लगाई जा सकती है, जिसके विरोध में जिले के सैकड़ों किसानों ने खनिज विभाग के बाहर पड़ाव शुरू कर दिया. अधिकारियों ने आश्वासन देकर पड़ाव को समाप्त करवाना चाहा, लेकिन हमारी मांग यह है कि जब तक आदेश जारी नहीं होगा तब तक हम यहीं बैठे रहेंगे. 


पारीक ने बताया कि किसानों के साथ-साथ इसका नुकसान दिहाड़ी मजदूरों को भी हो रहा है. वह भी पिछले 5 दिनों से हड़ताल पर बैठे हुए हैं. ऐसे में गहलोत सरकार से मांग है कि वह अपने राज्यसभा चुनाव की चिंता में होटलों से बाहर आकर रवन्ना शुरू करें. पारीक ने कहा कि यदि मामले में कोई कार्रवाई नहीं होती है, तो आगे की रणनीति बनाई जाएगी. 


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