Khatu shyam ji : तीन महीने के बाद खुले खाटूश्यामजी मंदिर के कपाट सुबह 11 बजे भक्तों के लिए खोले गये थे. दर्शन का समय सुबह 4.30 बजे से रात 10 बजे तक रखा गया है. भक्त श्याम बाबा के दर्शन आसानी से करें इसके लिए नियमों में बदलाव है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

राजस्थान के अलावा दिल्ली और हरियाणा से यहां दर्शन को पहुंच रहे भक्तों के लिए लखदातार ग्राउंड को टीन शेड से ढका गया है और दो एग्जिट गेट भी बने हैं . बिजली के तार अब अंडरग्राउंड है. 75 फीट ग्राउंड में जिगजैग के बीच एक बड़ा 8 फीट की जगह रखी गयी है.


इस जगह का मकसद है कि मेले के दौरान सेवक जिगजैग में लगे श्रद्धालुओं को पानी दे सकेंगे. नए 75 फीट के जिगजैग में लगने के बाद श्रद्धालुओं को आम दिनों में करीब 10 मिनट में दर्शन हो सकेंगे. इस बार दिव्यांग वीआईपी लेन से ही दर्शन करेंगे. पहले दिव्यांगों के लिए जो लिफ्ट लगायी गयी थी. उसे इस बार हटा दिया गया है. 


Khatu Shyam Ki Kahani : भीम और हिडिम्बा के पोते श्याम बाबा की वो कहानी जो नए भक्त नहीं जानते

इस बार श्याम बाबा की मूर्ति के सामने एक पारदर्शी कांच लगा दिया गया है. मंदिर में अब प्रसाद भी नहीं चढ़ाया जा सकेगा. फिर भी अलग अलग 40 जगहों पर दानपात्र में प्रसाद डाला जा सकता है.


पहले जहां पर मंदिर कमेटी के पास निशान जमा होते थे,उसे शिफ्ट कर 75 फीट ग्राउंड के एंट्री गेट पर कर दिया गया है. मंदिर के मुख्य परिसर में फायर सिस्टम लगा दिया गया है.  


श्याम मंदिर कमेटी ऑफिस के पास 75 फीट का ग्राउंड है. पहले 4 बैरिकेट्स में भक्त खड़े होकर मंदिर की तरफ जाते थे लेकिन अब वीआईपी समेत कुल 14 लाइन बनाई गई है. इनमें पुरानी लाइन में लगकर आने वाले भक्तों का एग्जिट नए पूछताछ केंद्र की तरफ कबूतर चौक की तरफ और नई लाइन में लगने वाले श्रद्धालुओं का एग्जिट 40 फीट के रास्ते कला भवन के पास है.  


इंक्वायरी सेंटर को जानबूझ कर मंदिर चौक के बाहर शिफ्ट किया गया है ताकि श्रद्धालु बिना भीड़ में घुसे पहले ही जानकारी हासिल कर लें. मंदिर कमेटी करीब 67 गार्ड ड्यूटी पर हैं. इसके अलावा तीन एजेंसियों की करीब 45 महिलाएं और करीब 42 पुरुष गार्ड भी है. सीसीटीवी के अलावा करीब 1100 पुलिस और आरएसी के जवान ड्यूटी पर हैं.