Khatu Shyam Ji: कार हादसे में खाटू श्याम बाबा की भक्त की हुई मौत, 70 किलो वजन उठाकर करती थी पैदल यात्रा
Rajasthan News: राजस्थान के रींगस में खाटूश्यामजी सड़क मार्ग पर हुए एक सड़क हादसे में बाबा श्याम की परम भक्त की मौत हो गई. यह सड़क हादसा इतना भयंकर था कि टक्कर के बाद युवती 20 फीट उछलकर सड़क पर जाकर गिरी.
Khatu Shyam Ji: राजस्थान के रींगस में खाटूश्यामजी सड़क मार्ग पर बीते दिन बुधवार को एक सड़क हादसा हुआ. इसमें कार की टक्कर से खाटूबाबा की भक्त की मौत हो गई. हादसा इतना भयंकर था कि युवती 20 फीट उछलकर सड़क पर जाकर गिरी. सड़क हादसे में जिस युवती की मौत हुई, उनका नाम आरती था, जो खुद को बाबा की परम भक्त कहती थी. आरती सरकारी नौकरी छोड़ सालों से बाबा की सेवा कर रही थी, जो रोज पैदल चलकर बाबा को निशान अर्पित करती थी.
यह हादसे में टक्कर मारने के बाद कार में सवार चारों लोग वहां से भाग गए. पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, आरती को मौके पर मौजूद लोगों ने अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टर ने आरती को मृत घोषित कर दिया. आरती अजमेर की रहने वाली थी, जो वर्तमान में रींगस में वृंदावन धर्मशाला में रहती थी.
आरती बुधवार को रींगस के खाटूश्यमाजी पर बाबा श्याम के ध्वज की पूजा-अर्चना करते पदयात्रा के लिए जा रही थी. वहीं, टोल प्लाजा से 600 मीटर आगे रींगस आ रही कार ने आरती को टक्कर मार दी. टक्कर इतनी भयंकर थी कि आरती 20 फीट उछलकर दूर जा गिरी, जिसके बाद कार पेड़ से जा टकराई. कार में चार लोग सवार थे, जिसमें एक महिला थी. इस हादसे से बाद चारों भाग निकले. इस हादसे के जानकारी परिवार को दे दी गई है. वहीं, उनके आने के बाद पोस्टमार्टम करवाया जाएगा.
बता दें कि आरती बाबा श्याम की परम भक्त थी, जो दो सालों से काफी सुर्खियों में हैं, जब वह देवउठनी एकादशी पर बाबा के दर्शन आई थी. उसी दिन से आरती ने ठान लिया था कि वह फाल्गुनी मेले की एकादशी तक रोज खाटूश्याम की पैदल यात्रा करेंगी और इस दौरान बाबा श्याम को 5100 ध्वज चढ़ाएगी. ऐसे में आरती इन दिनों हर रोज रींगस से खाटूश्यामजी 17 किलोमीटर पैदल यात्रा कर रही थी. आरती खाटू श्याम के प्यार में इतनी पागल थी कि वो उनकी अराधना करने के लिए 70 किलो वजन उठाकर पैदल चलती थी.
बाबा श्याम की परम भक्त आरती अजमेर की निवासी थी, जो नौकरी, घर-परिवार छोड़ खाटू में रहकर बाबा की सेवा कर रही थी. वह रोज बाबा के दरबार में रींगस से खाटू श्याम पैदल जाकर निशान चढ़ाती थी. आरती कभी 21 तो कभी 51 निशान उठाकर नाचते-गाते बाबा के दरबार में जाती थी.
आरती की बड़ी बहन अल्का ने बताया कि आरती ने एमए किया हुआ था, जो राजधानी जयपुर के निजी हॉस्पिटल में काम करती थी लेकिन साल 2014 में बाबा श्याम की आरती को ऐसी लग्न लगी कि वो परिवार को छोड़कर खाटू नगरी में रहने लगी. आरती 11 सालों में बाबा श्याम को 25000 निशान चढ़ा चुकी हैं.
यह भी पढ़ेंः राजस्थान के इन जिलों में मेघ गर्जन, तेज हवा के साथ बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी
यह भी पढ़ेंः Khatu Shyam Ji: खाटू श्याम बाबा की ऐसी 'दीवानी', रोज पैदल जाकर चढ़ाती थी 51 निशान
यह भी पढ़ेंः मोदी कैबिनेट में राजस्थान से इस जाट नेता को मिल सकती है जगह
यह भी पढ़ेंः क्या वसुंधरा राजे बीजेपी में करने वाली हैं सक्रिय वापसी, लोकसभा चुनाव नतीजों के बाद चर्चा तेज
यह भी पढ़ेंः ओम बिरला क्या अब बनेंगे मोदी कैबिनेट में मंत्री, इस बार लगायी है जीत की हैट्रिक