Sikar: जम्मू कश्मीर के पहलगांव में आईटीबीपी की बस पलटने से शहीद हुए, सीकर के सपूत सुभाष बेरवाल का उनके पैतृक गांव शाहपुरा में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. आईटीबीपी सेना के जवानों ने शहीद को गार्ड ऑफ ऑनर दिया, जिसके बाद शहीद सुभाष चंद की पार्थिव देह को पंचतत्व में विलीन किया गया. शहीद के छोटे भाई ने उनको मुखाग्नि दी. शहीद सुभाष का पार्थिव शरीर बुधवार देर रात सीकर पहुंचा था, जहां उनकी देह को सैनिक कल्याण कार्यालय में रखा गया और उसके बाद सुबह सीकर जिला मुख्यालय से गांव शाहपुरा तक करीब 40 किलोमीटर की तिरंगा यात्रा निकाली गई. शहीद का पार्थिव शरीर घर पहुंचते ही घर में कोहराम मच गया बार-बार पत्नी और मां पार्थिव शरीर से लिपटने की कोशिश करती रही, ग्रामीणों ने बड़ी मुश्किल से उनको संभाला इसके बाद उनके घर से अंतिम यात्रा शुरू हुई और श्मशान घाट पहुंची. 


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शहीद के सम्मान इस तिरंगा यात्रा में हजारों की संख्या में युवा और आसपास के क्षेत्र के लोग शामिल हुए. भारत माता के जयकारों से आसमान गूंजता रहा जगह-जगह देशभक्ति के तराने गूंजते रहें. शहीद का पार्थिव शरीर उनके गांव शाहपुरा में स्थित पैतृक निवास पर पहुंचा था, जहां पर उनकी देह को परिजनों के अंतिम दर्शन के लिए रखा गया. जहां पर आईटीबीपी के जवानों ने उन्हें अंतिम सलामी दी. हजारों लोगो ने नम आंखों से शहीद की शहादत को नमन किया और अन्तिम विदाई दी.


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