NeemKaThana Crime News:राजस्थान के नीमकाथाना जिला अस्पताल में तीन गर्भवती महिलाओं को ब्लड ट्रांसफ्यूजन के दौरान तबीयत बिगड़ गई. तीनों महिलाओं के परिजनों ने शाहपुरा रोडस्थित सीता ब्लड बैंक से बल्ड लाकर अस्पताल में ब्लड चढ़वाया था. ब्लड चढ़ाने के बाद तीनों गर्भवती महिलाओं की अचानक तबियत बिगड़ गई और तीनों गर्भवती महिलाओं को नीमकाथाना से जयपुर के लिए रैफर किया गया.जहां बिहारीपुर की रहने वाली महिला मेना देवी ने पहले मृत बच्ची को जन्म दिया, उसके कुछ समय बाद मेना देवी ने भी दम तोड़ दिया.


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वहीं दो अन्य महिलाओं को जयपुर के दुर्लभजी अस्पताल में दोनों को भर्ती करवाया गया.जिनमें एक महिला ने बच्ची को जन्म दिया, बच्ची के जन्म के कुछ समय बाद ही बच्ची की मौत हो गई.घटना की जानकारी मिलते ही नीमकाथाना चिकित्सा विभाग सकते में आ गया. रात को ही पीएमओ डॉ कमल सिंह शेखावत व बीसीएमओ डॉ भूपेन्द्र सिंह ने ब्लड बैंक में जांच शुरू कर दी. 



वहीं सूचना से सोमवार को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ नरोत्तम शर्मा व सीकर एडीसी डॉ आरके छीपा की टीम नीमकाथाना पहुंची. टीम ने दिनभर ब्लड बैंक में जांच पड़ताल एवं राजकीय कपिल जिला अस्पताल में संबधित डॉक्टरों से पूछताछ की. टीम के साथ सीएमएचओ डॉ विनय गहलोत, बीसीएमओ डॉ भूपेन्द्र सिंह, पीएमओ डॉ कमल सिंह शेखावत मौजूद रहे. 



हालांकि प्रसूताओं की मौत का क्या कारण रहा इसका खुलासा नहीं हो सका.मामले के अनुसार बिहारीपुर निवासी मेना,भागेगा निवासी मधु और मालनगर निवासी गीता को प्रसव पीड़ा होने पर तीनों को नीमकाथाना जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. प्रसूताओं में ब्लड की कमी होने के कारण चिकित्सकों ने परिजनों से ब्लड की मांग की. परिजन शाहपुरा रोड स्थित सीता ब्लड बैंक से ब्लड लेकर आए, जो तीनों गर्भवती महिलाओं को चढ़ाया गया. 



ब्लड चढ़ाने के कुछ समय बाद ही तीनों गर्भवती महिलाओं की तबीयत खराब होती चली गई. इस पर चिकित्सकों ने तीनों प्रसूताओं को गंभीर हालत में जयपुर रैफ र किया. जहां बिहारीपुर की रहने वाली मैना देवी ने पहले मृत नवजात बच्ची को जन्म दिया और कुछ समय बाद ही महिला ने भी दम तोड़ दिया. परिजन महिला के शव को लेकर अपने गांव आए और बिना पोस्टमार्टम ही उसका अंतिम संस्कार कर दिया.



उधर दोनों गर्भवती महिलाओं का जयपुर में इलाज किया जा रहा है. बताया जा रहा है कि सीता ब्लड बैंक से जो ब्लड दिया गया उसमें रिएक्शन का मामला सामने आ रहा है. टीम ने ब्लड के सैंपल लेकर आगे भिजवाएं है. जब तक जांच रिपोर्ट नहीं आ जाती है तब तक अधिकारियों ने संचालक को ब्लड देने के लिए पाबंद किया है. 


इधर, प्रसूताओं की मौत को लेकर पुलिस भी अपनी जांच में जुटी हुई है. सोमवार को नीमकाथाना जांच करने पहुंची टीम की सूचना से ब्लड बैंक के बाहर मृतकाओं के परिजन भी जांच की मांग को लेकर हंगामा करने लगे. पुलिस ने समझाइश कर लोगों को शांत किया. 


वहीं ब्लड चढ़ाने के बाद कई मामले और आए अब तक 5 लोगो की मौत की खबर सामने आई हैं,जिनमें दो- दो गर्भवती महिलाएं एक बुजुर्ग महिला और दो नवजात शिशु शामिल है. बिहारीपुर की रहने वाली मैना देवी की परिजन रोहिताश ने सीता ब्लड बैंक पर संक्रमित ब्लड देने का आरोप लगाया ब्लड बैंक से संक्रमित ब्लड चढ़ाने से मेना देवी की मौत हुई हैं. 


परिजनों ने ब्लड बैंक और चिकित्सा के खिलाफ कार्यवाही कि मांग की .वहीं दूसरी ओर मावंडा निवासी राधा पत्नी रवि को प्रसव के लिए 8 मई को परिजन जीवन रेखा अस्पताल लेकर पहुंचे. ब्लड की कमी होने से 9 मई को ब्लड चढ़ाया गया. इस दौरान उसकी तबीयत खराब होने के बीच ही उसने बच्चे को जन्म दिया. तबीयत में कोई सुधार नहीं आने से फिर ब्लड चढ़ाया गया. 



300 एमएम ब्लड चढऩे के दौरान ही प्रसूता की अचानक मौत हो गई. उसका मासूम फिलहाल ठीक बताया जा रहा है. साथ सिरोही की रहने वाली बुजुर्ग महिला को भी ब्लड चढ़ने के बाद अचानक तबीयत खराब हुई और उसकी भी मौत हो गई. 


मामले को लेकर नीम का थाना जिला अस्पताल के पीएम डॉक्टर कमल सिंह शेखावत ने बताया कि तीनों गर्भवती महिलाओं को ब्लड चढ़ाने के बाद उनकी तबीयत खराब होने पर अस्पताल प्रशासन को शक हुआ तो बीसीए विषय में जो भूपेंद्र सिंह शेखावत के साथ ब्लड बैंक पहुंचे और जांच की वहां से सैंपल के लिए और ब्लड को रुकवाया गया. 



उच्च अधिकारियों को अवगत करवा. वही ब्लड बैंक के संचालक कमलेश कुलदीप ने बताया कि जो भी मरीज को ब्लड दिया जाता है उसकी क्रॉसमैच और ब्लड ग्रुप और सभी जांच चेक करके दी जाती है.वही स्टेट लेवल कमेटी में जॉइंट डायरेक्टर पुरुषोत्तम शर्मा ने चिकित्सा विभाग के अधिकारियों के साथ ब्लड बैंक की जांच की.


इस दौरान जॉइंट डायरेक्टर नरोत्तम शर्मा ने बताया की प्रथम दृष्टि में जो भी चीज निकल कर आई है उसकी रिपोर्ट तैयार की जा रही है ब्लड बैंक में किए गए स्टोरेज को फिलहाल के लिए रोक दिया गया है .


जिन मरीजों को बल्ड चढ़ाया गया उन मरीजों के सैंपल लिए गए हैं. ब्लड बैंक में स्टोरेज ब्लड के भी सैंपल लिए गए हैं जांच रिपोर्ट के आधार पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी.साथ उन्होंने कहा कि जो ब्लड ग्रुप है उनकी जांच करवाई गई है.जो की सही पाए गए हैं. 



जयपुर जानना अस्पताल से भी जांच रिपोर्ट मंगाई गई है उसमें भी बल्ड सही पाया गया है उन्होंने कहा कि महिला की किस वजह से मौत हुई है इस बारे में अभी कहना जल्दबाजी होगी.


वहीं सीएमएचओ डॉक्टर विनय गहलोत ने कहा कि मामले को लेकर चिकित्सा विभाग गंभीर है ब्लड बैंक की जांच की गई है और सैंपल भी लिए गए हैं रिपोर्ट आने के बाद भी पूरे मामले का खुलासा हो पाएगा.दूसरी ओर संवैधानिक विचार मंच के लिए ने कहा की वहीं दूसरी ओर संवैधानिक विचार मंच के गीगराज ने भी ब्लड बैंक में जाकर हंगामा कर दिया. 


उन्होंने बताया कि नीमकाथाना में जो महिला की मौत हुई है उसका जिम्मेदार सीता ब्लड बैंक है सीता ब्लड बैंक के द्वारा गलत ब्लड चढ़ाने से ही चारों महिलाओं की मौत हुई है. उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि इतनी बड़ी लापरवाही में जो भी आरोपी है उनको तत्काल प्रभाव से गिरफ्तार करें और मृतक महिला के परिवारों को आर्थिक सहायता दी जाए.नहीं तो उग्र आंदोलन किया जाएगा.


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