Khatu Shyam Ji: राजस्थान के सीकर में बाबा श्याम का भव्य मंदिर है, जहां रोजाना लाखों भक्त दर्शन करने आते हैं लेकिन आज हम आपको बाबा श्याम की एक ऐसे भक्त के बारे में बताएंगे, जो महीने, हफ्ते नहीं बल्कि रोज बाबा के दरबार में जाती थी. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING


इस श्याम भक्त का नाम आरती था, जो अजमेर की रहने वाली थी, जिनको लोग कलयुग की मीरा कहते थे. बता दें कि बाबा श्याम भक्त आरती की बीते दिन बुधवार को सड़त हादसे में मौत हो गई. यह हादसा रींगस रोड़ पर उनकी पदयात्रा के दौरान हुआ. 



अजमेर जिले की रहने वाली आरती श्याम बाबा की ऐसी दीवानी थी, जो रोज बाबा को 51 निशान चढ़ाती है. आरती ने अपनी 100 दिवसीय यात्रा की शुरुआत श्याम जी के जन्मोत्सव कार्तिक माह की देवउठनी एकादशी से शुरू की थी, जो लगातार जारी थी. आरती बाबा श्याम को पिछले 9 साल से निशान चढ़ा रही थी.  


 
नहीं होती थकान और ना होता पैरों में दर्द 
सबसे हैरान कर देने वाली बात यह है कि आरती ने इतनी पदयात्रा की लेकिन उनके पैरों में आजतक एक छाला नहीं हुआ था. आरती रींगस से खाटू तक बाबा श्याम के निशान उठाकर नाचते गाते बाबा के दरबार में हाजरी लगाती थी. आरती कहती थी कि पदयात्रा से उन्हें कोई ना थकान होती थी और ना ही पैरों में दर्द होता था. ये शायद खाटू श्याम बाबा का चमत्कार है. 


 
बता दें कि कलयुग की मीरा कहलाने वाली आरती राजस्थान के अजमेर जिले की निवासी हैं, जिन्होंने समाजशास्त्र में एमए किया. इसके बाद वह जयपुर में स्थित अस्पताल में नर्स का काम करती थी. आरती बताती थी कि वह एक दिन बाबा श्याम का जागरण में गई, जहां उनको बाबा की ऐसी लग्न लग गई कि वह श्याम की दीवानी हो गई. इसके बाद आरती नौकरी और घर-परिवार छोड़ खाटू आ गई. यहां उन्होंने एक निशान के साथ पैदल यात्रा शुरू की थी, जो 51 तक पहुंच चुकी थी. आरती कहती थी कि उनकों बाबा श्याम दर्शन दे चुके हैं. 


यह भी पढ़ेंः राजस्थान के इन जिलों में मेघ गर्जन, तेज हवा के साथ बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी