Khatu Shyam Ji: राजस्थान की खाटू नगरी में बाबा श्याम का भव्य मंदिर है. पूरी दुनिया में खाटू श्याम के लाखों भक्त हैं लेकिन आज हम आपको बाबा श्याम के ऐसे भक्त के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसको  ये दुनिया 'कलयुग की मीरा' कहती है. इस परम भक्त का नाम आरती है, जो राजस्थान के अजमेर जिले की रहने वाली थी. 
 


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अजमेर जिले की आरती श्याम दीवानी के नाम से प्रसिद्ध है, दो रोज बाबा को 51 निशान अर्पित कर रही थी. आरती ने 51 निशानों के साथ अपनी 100 दिवसीय यात्रा की शुरुआत बाबा श्याम के जन्मोत्सव कार्तिक माह की देवउठनी एकादशी से शुरू की थी, जो लगातार जारी रही लेकिन ये यात्रा 5 जून को उनकी मौत के बाद समाप्त हो गई. बता दें कि आरती का बीते 5 जून को एक एक्सीडेंट में निधन हो गया. 



आरती कहती थी कि उनके पदयात्रा के दौरान कोई छाले नहीं आते थे और न ही थकान होती थी. आरती कहती थी कि पदयात्रा से उन्हें कोई ना थकान होती है, ना पैरों में दर्द. शायद यह श्याम बाबा का ही चमत्कार है. 




जानकारी के अनुसार, आरती ने समाजशास्त्र में एमए तक पढ़ाई कर रखी थी, जो जयपुर में स्थित अस्पताल में नर्स का काम करती थी. कहते हैं कि आरती एक दिन श्याम बाबा की भजन संध्या में गई, जहां उन्हें श्याम बाबा की ऐसी लग्न लगी कि वो श्याम बाबा की दीवानी हो गई. इसके बाद से वह नौकरी के साथ अपना घर-परिवार छोड़ खाटू आ गई. यहां उन्होंने एक निशान के साथ रींगस से पैदल यात्रा शुरू की, जो 51 निशानों तक पहुंची. आरती का कहना था कि उनको श्याम बाबा कई बार दर्शन दे चुके हैं.