Rajasthan Crime: राजस्थान के सीकर के दादिया थाना इलाके में बीती रात जमीनी विवाद के चलते करीब डेढ़ दर्जन से ज्यादा बदमाशों ने पहले तो फॉर्च्यूनर गाड़ी में तोड़फोड़ की. 


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इसके साथ ही गाड़ी में बैठे दो युवकों के साथ मारपीट की. मारपीट में वह घायल हो गए, जिन्हें इलाज के लिए सीकर के एसके अस्पताल लाया गया, जहां से उन्हें इलाज के लिए जयपुर रैफर कर दिया गया. 



दादिया पुलिस के जानकारी के अनुसार, घायल होने वाले दो युवकों का नाम सुरेश मुवाल है, जिन पर करीब 15 लोगों ने हमला किया. दादिया पुलिस थाने के ASI रोहिताश्व कुमार ने बताया कि रात करीब 8 बजे बाद सूचना मिली कि थाना इलाके के लक्ष्मणा का बास में दो लोगों के साथ मारपीट हुई. जब टीम मौके पर पहुंची तो वहां करीब 100 से 150 लोग थे. साथ ही वहां पर टूटी-फूटी गाड़ी सड़क किनारे थी, जिस क्रेन की मदद से वहां से हटवाया गया. 



दादिया थाना के अशोक कुमार ने अनुसार, जमीनी विवाद में घायल होने वालों के नाम सुरेश और अजय है. करीब 15 लोगों ने उन पर हमला किया था. अभी तक मामले में कोई भी रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई है. रिपोर्ट के आधार पर मामले में अनुसंधान शुरू किया जाएगा. 


पढ़िए राजस्थान क्राइम की एक और खबर 
Ajmer News: रिश्वत मांगने वाले अधिकारी को रंगे हाथ किया गिरफ्तार 


Ajmer News: एसीबी मुख्यालय के निर्देश पर अजमेर इकाई ने मंगलवार को सहायक अभियंता ग्रामीण के अधीनस्थ हरमाड़ा जीएसएस के मीटर रीडर ग्रेड द्वितीय नन्दलाल चौधरी को 5 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया. रिश्वत की राशि विद्युत कनेक्शन की फाइल पास करवाने की एवज में मांगी गई थी.


भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के महानिदेशक डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा ने बताया कि एसीबी की अजमेर इकाई को परिवादी ने शिकायत दी थी कि कृषि भूमि पर स्थित पोल्ट्री फार्म के लिए विद्युत कनेक्शन की फाइल पास करवाने की एवज में आरोपी मीटर रीडर ग्रेड द्वितीय नन्दलाल चौधरी द्वारा 5 हजार रुपये रिश्वत राशि मांग कर परेशान किया जा रहा है. 


इस पर एसीबी के उप महानिरीक्षक पुलिस जयपुर-प्रथम कालूराम रावत के सुपरविजन में अजमेर इकाई के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भागचंद के नेतृत्व में शिकायत का सत्यापन कर मंगलवार को पुलिस निरीक्षक दीनदयाल एवं उनकी टीम द्वारा ट्रेप कार्रवाई की गई. 


इस दौरान आरोपी नन्दलाल चौधरी को परिवादी से 5 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया. एसीबी की अतिरिक्त महानिदेशक स्मिता श्रीवास्तव के निर्देशन में आरोपी से पूछताछ एवं अग्रिम कार्रवाई की जा रही है. एसीबी द्वारा मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अन्तर्गत प्रकरण दर्ज कर अग्रिम अनुसंधान किया जाएगा.