Rajasthan news: प्याज  के बढ़ते दामों ने लोगों को परेशान कर रखा था, लोगों ने प्याज से दूरी बनानी शुरु कर दी थी. लेकिन प्याज की नई फसल आम लोगों को ऐसा करने से रोक लिया. प्याज की नई फसल ने प्याज  के बढ़ते दामों से राहत दिलायाा है. 


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नई फसल का असर 
 अक्टूबर के अंतिम सप्ताह तक प्याज 90 रुपए किलो तक बाजार में बिका. लेकिन प्याज की नई फसल ने प्याज के थोक भावों में नवंबर के आखरी हफ्तों में 25 से 30 रुपए तक प्याज सास्ता मिलने लगा. 


लुड़का भाव 
प्याज की नई फसल से बाजारों में प्याज के खुद्रा दाम में 90 रुपए से गिरकर 50 से 70 रुपए तक भाव लुड़क गया. प्याज व्यापारीयों के अनुसार सीकर व रसीदपुरा की मंडी में स्थानीय प्याज के साथ अलवर व नासिक की मंडियों से भी प्याज आने शुरु हो गए हैं. 


 दिसंबर में और गिरावट 
सीकर मंडी में अब प्याज  10 से 12 टन से बढ़कर 18 से 20 टन तक आवक होने लगी है. प्याज व्यापारीयों की माने तो दिसंबर के प्रथम सप्ताह में थोक भावों में 5 से 7 रुपए तक और गिरावट देखने को मिल सकती है. 


रसीदपुरा मंडी दाम और कम 
स्थानीय फसल ज्यादा होने से सीकर मंडी से ज्यादा रसीदपुरा मंडी में प्याज के दाम कम हैं. अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में सीकर मंडी में थोक  50 से 70 रुपए किलो प्याज बिकता था. 


सब्जियों के भाव में भी गिरावट 
बाजारों में प्याज के अलावा दूसरी सब्जियों के दाम में भी गिरावट देखने को मिल रही है. टमाटर को छोड़कर और सारी सब्जियों के थोक व खुदरा दामों में 10 से 15 रुपए किलो सास्ता हो चुका है. जो गोभी अक्टूबर में 50 से 60 रुपए बिकता था वह अब 30 से 40 रुपए बिक रहा है. पत्ता गोभी 20 से 25 रुपए, मिर्च 30 से 35 रुपए, पालक 40 से 60 रुपए, मटर 60 से 70 रुपए बिकने लगा है.  मंडी में आवक 200 टन से ज्यादा होने शुरु हो गए हैं. 


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