Sikar: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने निकाला पथ संचलन, 1925 से जारी है सफर
सीकर के लोसल में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के स्थापना दिवस के उपलक्ष में पथ संचलन निकाला गया.आर एस एस संघ की स्थापना 1925 में नागपुर स्थित मोहिते के बाड़े में विजयादशमी के दिन की गई थी. तब से लेकर आज तक विजयादशमी के दिन आरएसएस अपना स्थापना दिवस मनाता आ रहा है.
Sikar: सीकर के लोसल में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के स्थापना दिवस के उपलक्ष में पथ संचलन निकाला गया. पथ संचलन शास्त्री नगर एवं आथूना मौहल्ले से शुरू हुआ, जो शाम 4:25 बजे बंध्या कुआं चौक पहुंचा, जहां पर संगम हुआ, संगम के बाद पथ संचलन प्रमुख मार्गो से होता हुआ परमानंद बगीची पहुंचा. जय घोष के साथ निकले पथ संचलन का यहां के लोगों ने पुष्प वर्षा कर स्वागत किया तथा रास्ते में कई जगह रंगोलियां भी सजाई गई तथा स्वागत द्वार बनाए गए.
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पथ संचलन के समापन पर बगीची में परमानंद धाम के संत आकाशानंद गिरि के सानिध्य में एक समारोह का आयोजन किया गया. जहां पर शस्त्र पूजन हुआ, इसके पश्चात विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय सदस्य जुगल किशोर ने मुख्य वक्ता के रूप में अपने विचार व्यक्त किए. कार्यक्रम के अंत में लोसल खंड के संघचालक शिव भगवान सोनी ने सभी का आभार व्यक्त किया. बता दें कि लोसल खंड स्तर पर निकले स्वयं सेवकों के इस पथ संचलन में काफी संख्या में स्वयं सेवक शामिल हुए. हाथों में दंड, दिलों में राष्ट्रभक्ति का भाव संजोए सैनिकों की भांति कदम से कदम मिलाते हुए स्वयं सेवकों ने पथ संचलन से सामूहिक एकता, अनुशासन तथा राष्ट्रभक्ति का परिचय दिया.
गौरतलब है कि आर एस एस संघ की स्थापना 1925 में नागपुर स्थित मोहिते के बाड़े में विजयादशमी के दिन की गई थी. तब से लेकर आज तक विजयादशमी के दिन आरएसएस अपना स्थापना दिवस मनाता आ रहा है, जिसको लेकर विभिन्न शाखाओं द्वारा समय समय पर पथ संचलन निकाला जाता है.
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