कोर्ट के आदेश पर श्रीमाधोपुर पंचायत समिति के विकास अधिकारी की कुर्सी कुर्क
जिले के श्रीमाधोपुर पंचायत समिति में आज न्यायालय के आदेश पर विकास अधिकारी की कुर्सी सहित कार्यालय के संपूर्ण सामान को कुर्क कर जब्ती की कार्रवाई को अंजाम दिया गया. एडीजे कोर्ट के आदेश पर यह कार्रवाई सहायक नाजिर शिम्भुदयाल गढ़वाल ने की.
सीकर : जिले के श्रीमाधोपुर पंचायत समिति में आज न्यायालय के आदेश पर विकास अधिकारी की कुर्सी सहित कार्यालय के संपूर्ण सामान को कुर्क कर जब्ती की कार्रवाई को अंजाम दिया गया. एडीजे कोर्ट के आदेश पर यह कार्रवाई सहायक नाजिर शिम्भुदयाल गढ़वाल ने की. सहायक नाजिर गढ़वाल ने बताया कि न्यायालय में विचाराधीन प्रकरण 2 /22 प्रकरण में आज कार्रवाई को अंजाम दिया गया है.
मामले की जानकारी के अनुसार एसबी कंस्ट्रक्शन कंपनी के द्वारा पंचायत समिति में 2015 में कार्य किया गया था. जिसकी एवज में कंपनी का 80000 का कुल भुगतान था जिसको लेकर कंपनी के प्रतिनिधि बाबूलाल सामोता तथा सुरेंद्र कुमार मंगावा बार-बार भुगतान के लिए विकास अधिकारी के पास चक्कर काट रहे थे, लेकिन काफी समय व्यतीत हो जाने के बाद भी भुगतान नहीं मिलने पर उन्होंने न्यायालय की शरण ली. जिस पर न्यायालय ने विकास अधिकारी पंचायत समिति श्रीमाधोपुर को कंट्रक्शन कंपनी के प्रतिनिधियों को भुगतान करने के आदेश फरमाए थे. लेकिन न्यायालय के द्वारा आदेश जारी करने के बाद भी भुगतान नहीं किया गया और गत 19 सितंबर 22 को विकास अधिकारी ने 10 दिन में भुगतान करने का का समय मांगा था.
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10 दिन का समय व्यतीत हो जाने के बाद भी कंपनी को भुगतान नहीं करने पर न्यायालय ने उक्त प्रकरण में इजराह होने के बाद एडीजे कोर्ट ने आज सहायक नाजिर शिम्भुदयाल गढ़वाल को श्रीमाधोपुर पंचायत समिति विकास अधिकारी के कार्यालय की कुर्सी सहित फर्नीचर और अन्य सामान को को कुर्क कर जब्ती करने के आदेश दिए. जिस पर न्यायालय की टीम द्वारा आज पंचायत समिति कार्यालय पहुंच कर दो गाड़ियों में भरकर सामान को जप्त किया गया.
पंचायत समिति में न्यायालय के आदेश पर कार्रवाई होने के बाद कार्यवाहक विकास अधिकारी सुरेश कुमार से मामले में जी मिडिया ने दूरभाष पर जानकारी चाही तो उन्होंने पहले तो कार्य ग्रहण नहीं करने की बात कही, लेकिन जब उनका बोर्ड पर नाम अंकित होने तथा कार्य ग्रहण करने की बात कही तो उन्होंने अपना फोन काट कर बंद कर लिया.उक्त प्रकरण में जिला परिषद सीओ से जानकारी चाही तो उन्होंने भी मामले में कोई संतोष पूर्ण जवाब नहीं देते हुए अपना फोन काट दिया.