Punjabi Singer Sidhu Moosewala Latest News Today: सिद्दू मूसेवाला हत्याकांड (siddu musewala murder case) के तार एक बार फिर राजस्थान (Rajasthan) के सीकर से जुड़ रहे हैं. सिद्दू के हत्यारों को हथियार और गाड़ी मुहैया कराने का काम सीकर के एक बदमाश ने किया था. पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप ने बताया कि पंजाब पुलिस (Punjab Police) को पकड़े गए बदमाशों से सूचना मिली है कि सीकर में ही मूसेवाला की हत्या की साजिश रची गई थी.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

जानकारी के अनुसार बोलेरो और हथियार भी सीकर के ही एक बदमाश ने उपलब्ध कराए थे. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पंजाब पुलिस की ओर से जो भी सहायता मांगी जाएगी वह दी जाएगी. पंजाब पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है. इस हत्याकांड के 6 बदमाशों में से एक सीकर का भी था. सीकर के एसआईटी टीम ने पंजाब पुलिस का सहयोग किया है और पूरी जानकारी पंजाब पुलिस को दी गई है.


ये भी पढ़ें- जेल की बैरकों में पढ़ने को मजबूर इंग्लिश मीडियम स्कूल के बच्चे, बैठने को जगह नहीं


6 में से 5 पंजाब और 1 सीकर का बदमाश


सिद्दू मूसेवाला हत्याकांड (siddu musewala murder case) मर्डर का कनेक्शन राजस्थान के शेखावाटी इलाके से निकल कर सामने आ रहा है. मर्डर की पूरी प्लानिंग सीकर में की गई थी. मर्डर में शामिल 6 बदमाशों में से 5 पंजाब और 1 सीकर का था. इसके अलावा वारदात में इस्तेमाल गाड़ी भी सीकर की थी. SIT की टीमें राजस्थान से कनेक्शन की जांच में जुटी है. शुरुआती जांच में सामने आया है कि मर्डर की प्लानिंग में सीकर के कई बदमाश शामिल थे.


शेखावटी से भी कनेक्शन 


सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आरोपियों को आर्थिक सहायता राजस्थान और पश्चिम बंगाल से ही मिली थी. मामले में गिरफ्तार शूटर दीपक मुंडी (Gangster Deepak Mundi) ने भी पूछताछ के दौरान कई बड़े खुलासे किए हैं. मुंडी से पूछताछ दौरान भी इस हत्याकांड का राजस्थान कनेक्शन सामने आया है. वारदात के दौरान इस्तेमाल किए गए हथियारों का कनेक्शन राजस्थान से जुड़ा हुआ है. जानकरी के बाद ही मानसा पुलिस (Mansa Police) की 3 टीमें राजस्थान के लिए रवाना हो गई थीं, जानकारी मिली है कि हत्या का कनेक्शन राजस्थान के शेखावटी इलाके से भी सामने आए हैं. हत्या में शामिल 6 बदमाशों में से एक सीकर का ही था और पूरी प्लानिंग राजस्थान के सीकर में की गई थी. 


गैंगस्टर पंडित और रजिंदर को भी काबू किया था


गौरतलब है कि एंटी गैंगस्टरम टास्क फोर्स के ज्वाइंट आप्रेशन में फरार 6वें शूटर दीपक मुंडी को गिरफ्तार कर लिया था. दीपक मुंडी को भारत-नेपाल बार्डर (Bharat-Nepal Border) से काबू किया गया था. उसके साथ ही पुलिस ने 2 और गैंगस्टर पंडित और रजिंदर को भी काबू किया था. पुलिस अब उन लोगों को बेनकाब करने में लगी हुई जिन्होंने 100 दिन से अधिक समय तक हत्यारों को रहने के लिए जगह दी थी. यही नहीं और भी कई चौकाने वाले खुलासे हुए है. लॉरेंस बिश्नोई (Lawrence Bishnoi) का चूरू, झुंझुनूं, नागौर, सीकर, जोधपुर, जयपुर में बड़ा नेटवर्क है और उसने सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के लिए कई गैंगस्टरों से बातचीत की थी कि काम बड़ा है जल्दी सम्पर्क करें. 


सुभाष बराल ने भरी थी हामी


कई गैंगस्टरों ने मना कर दिया लेकिन सीकर का एक गैंगस्टर जिसका नाम सुभाष बराल (Subhash Baral) है, इस काम को करने के लिए तैयार हो गया था. पुलिस जांच में यह भी जानकारी मिली है कि हत्या में इस्तेमाल बोलेरो गाड़ी भी राजस्थान की थी. यह गाड़ी चरणजीत सिंह और केशव को रतिया पुल के पास गैंगस्टर नसीब ने सौंपी थी और इस गाड़ी में सोनीपत के गैंगस्टर प्रियव्रत फौजी और उसका साथी अंकित जाटी उस समय मौजूद था.