Sikar News: विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी सीकर दौरे पर, भाजपा कार्यकर्ताओं ने किया स्वागत
Sikar Latest News: विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी एक दिवसीय दौरे के दौरान चुरू के बाद सीकर का दौरा किए. इस दौरान सीकर में भाजपा कार्यकर्ताओं ने सर्किट हाउस में वासुदेव देवनानी का स्वागत किया. विधानसभा अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार आए सीकर.
Sikar News: विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी एक दिवसीय दौरे के दौरान चुरू के बाद सीकर गए. सीकर दौरे में विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी का पूर्व विधायक रतनलाल जलधारी के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ताओं ने सर्किट हाउस में विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी का स्वागत किया. इसके साथ ही इस दौरान जिला अध्यक्ष पवन मोदी बाबू सिंह बाजोर डॉ बी एल रणवा प्रकाश दाधीच सहित भाजपा कार्यकर्ता मौजूद रहे. विधानसभा अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार आए सीकर.
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जनता का स्नेह इस नई सरकार से है
विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देना ने बताया कि नई सरकार बनी है उससे अपेक्षा है कि सबको सुशासन मिलेगी. 5 सालों से जनता जिन बातों से परेशान थी उसने भाजपा को बहुमत दिया है. कल मुख्यमंत्री ने शपथ ली है और जिस प्रकार से जनता अपार संख्या में वहां पहुंची थी, उसे लगा की जनता का स्नेह इस नई सरकार से है.
नई सरकार की प्राथमिकताएं क्या रहेगी?
इसके साथ उनहोंने कहा कि जनता की अपेक्षाएं भी नई सरकार से जुड़ गई है. शपथ ग्रहन में युवा महिलाएं भी शामिल थी. ऐसा उत्साह निश्चित रूप से मैंने पहले कभी नहीं देखा. शपथ के बाद मुख्यमंत्री ने कार्यभार भी ग्रहण कर लिया है उम्मीद है कि नया शासन राजस्थान को एक नई दिशा और सुशासन देगी. नई सरकार की प्राथमिकताएं क्या रहेगी? इस सवाल पर विधानसभा अध्यक्ष ने जवाब देते हुए कहा कि इसका जवाब मुख्यमंत्री ज्यादा अच्छे से देंगे. मेरा मानना तो यह है कि मेरे दायित्व के अनुसार, मेरी अपेक्षा है कि हम ज्यादा से ज्यादा सुशासन दें.
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क्या भजनलाल शर्मा को मुख्यमंत्री बनने पर पार्टी के कई लोग नाराज है?
इसके साथ ही भजनलाल शर्मा को मुख्यमंत्री बनने पर पार्टी के कई लोग नाराज है? इस सवाल पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि यह आपकी कल्पना है हमारी पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने जो नाम प्रस्तावित किया सभी लोगों ने उसका समर्थन किया. नाम की सर्वसम्मति से घोषणा हुई नाराजगी का कोई प्रश्न ही नहीं है. विपक्षी मानसिकता वाले या फिर कहीं धारणाएं चल रही है जबकि हमारा संगठन अनुशासित संस्कृत लोगों का है, वहां किसी भी तरह की नाराजगी होने का प्रश्न ही नहीं है.