Rajasthan News: सीकर जिले के खाटूश्यामजी कस्बे की धार्मिक नगरी के विकास को लेकर जहां आम बजट बैठक को करीब 15 दिन पहले हो जाना चाहिए था, वो अब जाकर हुई. पालिकाध्यक्ष ममता मुंडोतिया की अध्यक्षता में बुधवार को बजट बोर्ड की बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें अधिशासी अधिकारी अरुण शर्मा ने 48 करोड़ 8 लाख 94000 का बजट सदन में रखा. वरिष्ठ लेखाकार विष्णु जांगिड़ ने प्रत्येक बिंदुवार बजट प्रस्तुत किया. सभी पार्षदों ने सर्वसम्मति से बजट को पास किया. इस दौरान विकास कार्यों पर बोलते हुए सभी ने अपने-अपने विचार रखें. 


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नगर पालिका के कार्यों पर उठे सवाल 
पालिका उपाध्यक्ष पूरणमल हरनाथका ने सरकारी पार्किंग के ठेके को फिर से नहीं देने का सुझाव रखा. सभी पार्षदों ने एकमत होकर निशुल्क पार्किंग पर सहमति जताई, जिससे आने वाले श्याम भक्तों को रंगदारी नहीं देनी पड़े. हर माह 12 लाख रुपए की सफाई के नाम पर मोटी रकम उठाई जा रही है. इसके बावजूद भी सफाई चौपट हो रही है. पार्षद राजू मटोलिया, अनिल शर्मा व राजवीर ने एक होकर कहा कि कस्बे में जो गंदे पानी के निकासी के नाले डाले गए हैं, बिना लेबल के डाले गए हैं, जिससे करीब 5 करोड़ रुपए का नुकसान कस्बे की जनता को हुआ है. उन्होंने कहा कि नगर पालिका ने ढुलमुल रवैया अपनाते हुए नाले तो डाल दिए, लेकिन पानी निकासी की कोई सही व्यवस्था नहीं है. 


आगामी वित्तीय वर्ष में सरकारी पार्किंग शुल्क हो कम 
वहीं, पार्षद अनिल शर्मा ने कहा की दीपावली पर तिरंगा लाइटिंग पर कितना खर्चा आया उसका जवाब दिया जाए, लेकिन सदन में कोई अध्यक्ष या अधिशासी अधिकारी जवाब नहीं दे सका. वहीं, दो महिला पार्षद ललिता सोनी, ममता मुण्डोतिया ने कहा कि जी राजस्थान ने मुहिम चलाकर उठाये पार्किंग के मुद्दे से नगरपालिका की साख पर आंच आए, इससे पहले आगामी वित्तीय वर्ष में सरकारी पार्किंग शुल्क श्याम श्रद्धालुओं से ₹50 या उससे भी कम राशि ली जाए, जिससे श्रद्धालुओं को राहत मिले. 


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