Sikar news: राजस्थान के सीकर जिले की रींगस ग्राम सेवा सहकारी समिति के तत्कालीन व्यवस्थापक सुल्तान सिंह निठारवाल पर डेढ़ करोड़ के गबन का आरोप लगाते हुए रींगस ग्राम सेवा सहकारी समिति अध्यक्ष दुलाराम बावलिया द्वारा न्यायालय इस्तगासे के जरिए मामला दर्ज करवाया गया. दर्ज प्रकरण में बताया गया कि 30 जून 2023 को सेवानिवृत्त हो चुके सहकारी समिति के व्यवस्थापक सुल्तान सिंह निठारवाल द्वारा अपने कार्यकाल के दौरान सहकारी समिति के उद्देश्यों के विरुद्ध अपने परिवार जनों को लाभ पहुंचाते हुए डेढ़ करोड़ रुपए का गबन किया गया. 


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रींगस के वार्ड संख्या 2 की ढाणी टीलाकावाली निवासी सुल्तान सिंह निठारवाल, उसके पुत्र गोवर्धन सिंह व जितेंद्र सिंह द्वारा सर्वोदय क्रेडिट कॉपरेटिव सोसायटी के जरिए उक्त राशि का गबन किया गया. यह कॉपरेटिव सोसायटी तत्कालीन व्यवस्थापक सुल्तान सिंह के पुत्र गोवर्धन सिंह के नाम से रजिस्टर्ड है. अध्यक्ष बावलिया ने यह भी आरोप लगाया कि व्यवस्थापक सुल्तान सिंह द्वारा धोखाधड़ी पूर्वक बिना कोई सिक्योरिटी लिए 19 जुलाई 2019 को अपने व अपने पुत्र गोवर्धन सिंह, जितेंद्र सिंह, पुत्रवधू निर्मला देवी व सुवा देवी के नाम सात-सात लाख रुपए का व्यक्तिगत ऋण पास किया गया. 


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सहकारी समिति के ऊपर दस लाख रुपए की लागत से सुपर मार्केट के लिए बनाए गए भवन को सुल्तान सिंह द्वारा अपने पुत्र गोवर्धन सिंह को सर्वोदय क्रेडिट कॉपरेटिव सोसायटी के संचालन के लिए दस हजार रुपए प्रतिमाह के हिसाब से किराए पर दे दिया. जिसका भी जुलाई 2020 से किराया बाकी चल रहा है.


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 वहीं व्यवस्थापक सुल्तान सिंह निठारवाल द्वारा अपने पद का दूरुपयोग करते हुए बिना किसी दस्तावेज के सीसीटू स्टाफ ऋण के नाम से 5 अगस्त 2021 को पांच लाख रुपए का ऋण प्राप्त कर लिया जो आज तक बकाया चल रहा है. सहकारी समिति अध्यक्ष दुलाराम बावलिया का आरोप है कि 30 जून 2023 को सेवानिवृत होने के बाद व्यवस्थापक सुल्तान सिंह द्वारा आज तक सहकारी समिति का डैड स्टॉक नहीं सौंपा गया. पुलिस ने इस संबंध में प्रकरण दर्ज कर जांच एएसआई कैलाश चंद गुर्जर को सौंपी है.