Sikar News: फतेहपुर वासियों को आवारा सांडों के आतंक से मिलेगी निजात, नन्दीशाला मे छोडे़ जा रहे हैं नन्दी
फतेहपुर के कसेरा बीड में भामाशाहों के सहयोग से निर्माणाधीन नन्दीशाला शहर में विचरण करने वाले नन्दी छोडे़ जा रहे हैं. पूर्व पालिकाध्यक्ष व गो शाला समिति के मधुसूदन भिण्डा के नेतृत्व मे 50 से अधिक लोगों की टीम दो दिनों से शहर के बाजार, बस स्टैंडों पर विचरण करने वाले नन्दी- साण्डों को पकड़ कर नन्दीशाला में ले जा रहे हैं.
Sikar News: फतेहपुर वासियों को अब जल्द ही आवारा नंदियो (सांडो) की समस्या से निजात मिल जाएगी. पूर्व पालिकाध्यक्ष व गो शाला समिति के मधुसूदन भिण्डा के नेतृत्व मे 50 से अधिक लोगों की टीम दो दिनों से शहर के बाजार, बस स्टैंडो पर विचरण करने वाले नन्दी- साण्डों को पकड़ कर मंडवा रोड कसेरा बीड में नव निर्मित नन्दीशाला में लेकर जा रहे है, 50 से अधिक लोगों की टीम रात्रि में बाजारों सहित अन्य प्रमुख स्थानों पर से नंदियो को लेकर जा रहे हैं.
फतेहपुर के कसेरा बीड में भामाशाहों के सहयोग से निर्माणाधीन नन्दीशाला शहर में विचरण करने वाले नन्दी छोडे़ जा रहे हैं. पूर्व पालिकाध्यक्ष व गो शाला समिति के मधुसूदन भिण्डा के नेतृत्व मे 50 से अधिक लोगों की टीम दो दिनों से शहर के बाजार, बस स्टैंडों पर विचरण करने वाले नन्दी- साण्डों को पकडं कर नन्दीशाला में लेकर जा रहे हैं. पूर्व पालिकाध्यक्ष मधुसुदन भिण्डा ने बताया कि राजस्थान गो सेवा समिति के प्रदेशाध्यक्ष व बुधगिरी मंढी के महन्त दिनेश गिरी महाराज की प्ररेणा एव सानिध्य में भामाशाहों के अपार सहयोग से नन्दीशाला मे निर्माण कार्य चल रहा तथा नन्दीशाला में नन्दी आवासों का निर्माण हो चुका है.
भिण्डा ने बताया कि शहर मे विचरण करने वाले नन्दी गोशाला में आम जन के सहयोग से छोडे़ जा रहे है. कस्बे के विभिन्न जगहों पर खुले में विचरण करने वाले नन्दियों को जन सहयोग से पकड़ कर उनको नन्दीशाला में पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है ताकि कस्बे में लोगों को आवारा घूमने वाले नन्दी से होने वाली परेशानी से निजात मिल सके. भिण्डा ने बताया कि 96 नन्दीशाला के निमार्ण सहित वृहद स्तर पर गो चिकित्सालय का भी निर्माण कार्य भी करवाया जाएगा. जहां पर कस्बे सहित अन्य समीपवर्ती गांवों में गो माता हो या नन्दी जो किसी दुर्घटना का शिकार हो कर चोटग्रस्त हो गई या फिर किसी तरह से बीमार हो गई उनकों यहा पर लाया जाएगा और वरिष्ठ पशु चिकित्सकों की ओर से पीडित नन्दी या गोमाता का उपचार किया जाएगा.
ये भी पढ़ें- राजस्थान BJP के ब्रांड एम्बेसडर जनता को बताएंगे मोदी-गहलोत सरकार के बीच 'फर्क'!
इस मौके पर यहा पर बन रहे 96 नन्दी आवासों में शहर में घूम रहे आवारा एवं निराश्रित नन्दी को यहा नन्दीशाला में लाए जाएगे जो दस हजार के करीब होंगे. फतेहपुर के किसी भी मोहल्ले या गलियों में विचरण करने वाले गोवंशों को यहा पर लाया जाएगा ताकि उनको यहा पर सरंक्षण मिल सके और आमजन को रोजमर्रे की होने वाली दिक्कतों से भी निजात मिल सकेगी.