सीकर: जिले के नीमकाथाना इलाके के में रैला में पहाड़ दरकने से खान में काम कर रहे मजदूरों की मौत हो गई. कड़ी मशक्कत के बाद दोनों शवों को बाहर निकाल लिया गया. दोनो के शवों की पहचान कर ली गई है. दलपतपुरा निवासी सुभाष एवं भरतपुर निवासी रवि के रूप में दोनों की शिनाख्त हुई. वहीं, परिजनों ने अस्पताल के बाहर 40 लाख रुपये क मुआवजे की मांग को लेकर प्रदर्शन शुरू कर दिया. उपखंड अधिकारी बृजेश गुप्ता,पाटन तहसीलदार मुनेश कुमार ,पुलिस उपाधीक्षक गिरधारी लाल शर्मा ने लोगो से समझाइश कर मामला शांत करवाया।और दलपतपुरा निवासी सुभाष के शव का पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया. वही भरतपुर निवासी रवि का शव का पोस्टमार्टम परिजनों के आने के बाद होगा।बता दे शनिवार की रात पहाड़ के दरकने से रेला में खान में काम कर रहे मजदूर दब गए थे.


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देर रात उपखंड अधिकारी बृजेश गुप्ता पुलिस उपाधीक्षक गिरधारीलाल शर्मा पाटन तहसीलदार मुनेश पाटन थाना अधिकारी बृजेश सिंह तवर,एवं खान विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और राहत कार्य शुरू करवाया. किस पर रात के दलपतपुरा निवासी सुभाष के शव को निकाला गया. वहीं, सुबह भरतपुर निवासी रवि केशव को सुबह निकाला गया दोनों के शव को मोर्चरी में रखवाया गया वहीं घटना की सूचना पर लोगों की भीड़ जमा हो गई और मुआवजे की मांग को लेकर अस्पताल के बाहर धरने पर बैठ गए.


अधिकारियों की समझाइश के बाद मामला हुआ शांत


प्रशासनिक अधिकारियों के समझाइश के बाद मामला शांत हुआ. मलबे में कोई और मजदूर दबा नहीं उसको लेकर प्रशासन की ओर से अभी भी राहत कार्य चलाया गया. प्रशासन की ओर से दो ही लोगों के मलबे में दबने की आशंका जताई जा रही है. दोनों के शवों को बाहर निकाला लिया गया है. सामाजिक कार्यकर्ता कैलाश मीणा ने कहां की रैला मे खनन पट्टे जारी किए गए तब इसका विरोध किया गया था, लेकिन खनन पट्टों को गलत तरीके से जारी किया गया. रेला में अवैध तरीके से खनन किया जा रहा है. बता दें पाटन वाटी क्षेत्र में अवैध तरीके से माइनिंग जॉन में खनन कार्य किया जा रहा है जिससे कई बार हादसे हो चुके हैं लेकिन प्रशासन द्वारा कोई सख्त कदम खनन माफिया पर नहीं उठाया जा रहा जिससे आए दिन हादसे होते रहते हैं.


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