नकली वीजा पर एजेंट ने मजदूर को भेजा मलेशिया, गया पकड़ा, अब चार महीने से है लापता
Lachmangargh News: दो लाख रुपए देकर मलेशिया मजदूरी करने गए मजदूर का चार महीने बीत जाने के बाद भी कोई अता पता नहीं है. मजदुर के भाई ने इस बारे में लक्ष्मणगढ़ थाने में मामला दर्ज करवाया है.
Lachmangargh News: सीकर जिले के लक्ष्मणगढ़ उपखंड क्षेत्र के खुडी बडी गांव के रहने वाले नंदकिशोर ने लक्ष्मणगढ़ थाने में अपने भाई की गुमशुदगी का मामला दर्ज करवाया. नंदकिशोर ने रिपोर्ट में बताया कि मेरे भाई सुशील कुमार को सीकर जिले के कांसली गांव के रहने वाले एजेंट मोहम्मद आरिफ ने मलेशिया भेजने के लिए 2 लाख रूपए लेकर बीजा दिया था.
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नंदकिशोर ने बताया कि मेरे भाई सुशील कुमार को 26 जुलाई 2022 को वह घर से मलेशिया ले जाने के लिए लेकर गया था. अच्छे वेतन और नौकरी दिलाने का वादा किया था. 27 जुलाई 2022 को शाम को मेरे पास मेरे भाई सुशील कुमार का फोन आया और उसने मुझे बताया कि मैं थाईलैंड पहुंच चुका हूं और एजेंट मोहम्मद आरिफ भी पहले से मौजूद था. जो एयरपोर्ट के बाहर उसे मिल गया. यहीं से सड़क मार्ग होते हुए वह उसे मलेशिया ले जाएगा. इसके 2 दिन बाद एजेंट का फोन आया कि सुशील को मलेशिया बॉर्डर पर बॉर्डर पार करते समय मलेशिया की पुलिस ने अवैध वीजा न होने का हवाला देते हुए पकड़ लिया है. उसने बताया की एजेंट ने तो वैध वीजा बताया था. मोहम्मद आरिफ ने कहा कि एक-दो दिन में छूट जाएगा.
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नन्द किशोर ने बताया कि 10- 15 दिन बाद एजेंट को फोन किया तो वह सही से इस मामले में जवाब नहीं दे रहा. कभी कहता कि 2-4 दिन में पुलिस छोड़ देगी. नन्द किशोर ने बताया कि आज मेरे भाई को गए चार महीने हो गए ना तो उसका फोन आया ओर ना ही एजेंट उससे बात करवा रहा है बल्कि एजेंट मोहम्मद आरिफ हमें ही गाली गलौच और धमकियां दे रहा है. नन्द किशोर ने एजेंट मोहम्मद आरिफ के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने और अपने भाई सुशील कुमार की सलामती घर वापसी के लिए गुहार लगाते हुए मामला दर्ज करवाया है.