Jaipur News: सिरोही से विधायक संयम लोढ़ा ने सिरोही जिला चिकित्सालय में नवजात शिशु को कुत्तों द्वारा नोंचकर छीन भिन्न करने का मामला विधानसभा में प्रमुखता के साथ उठाया. विधायक संयम लोढा ने विधानसभा में सरकार का ध्यान आकर्षित कराते हुए कहा कि पाली जिले के जवाईबांध निवासी महेन्द्र कुमार टीमाराजी मीणा सिरोही जिला चिकित्सालय के सिलकोसिस वार्ड में भर्ती हुआ. महेन्द्र कुमार के साथ उसकी पत्नी व तीन बच्चे साथ थे जिसमें छोटा बच्चा 28 दिन का था. मां अपने 28 दिन के बच्चे को दूध पिलाकर सो गई. कोई मरीज ने गेट को खुला छोड़ दिया तो कुत्ते 28 दिन के बच्चे को उठाकर ले गये. मां जब उठी और देखा बच्चा पास में नही है तो उसने शोर मचाया. सबने इकट्ठा होकर देखा तो बाहर कुत्तों ने नवजात के शव को पूरी तरह से क्षत–विक्षत कर दिया था. बहुत ह्दयविदारक घटना है. मानवता को शर्मसार करने वाली घटना है. विधायक संयम लोढ़ा ने विधानसभा में राजस्थान सरकार से आग्रह किया कि जो भी अधिकारी इस मामले में जिम्मेदार है उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करें. मां को सरकारी नौकरी व परिवार को 10 लाख का मुआवजा दें.


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लोढ़ा ने दो टूक की संसदीय मंत्री धारीवाल से बात. राजस्थान विधायनसभा में जब संयम लोढ़ा द्वारा नवजात शिशु को नोंचने का मामला उठाया तो संसदीय मंत्री शांति धारीवाल ने लोढ़ा से कहा कि विधानसभा में होम पर डिमांड चल रही है. चिकित्सा पर डिमांड कल है यदि आप चिकित्सा पर यह मामला उठाते तो ज्यादा अच्छा होता इस पर विधायक संयम लोढ़ा ने संसदीय मंत्री धारीवाल से कहा कि आप मुख्यमंत्री का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. चिकित्सा से कोई लेना देना नही है, आपकी पुलिस की चौकी भी चिकित्सालय में लगी हुई है. लोढा ने दो टूक धारीवाल से कहा कि आपको खुद को आगे बढकर कहना चाहिए कि मुख्यमंत्री से बात करके घोषणा करते हैं, आप कल के लिए कह रहे है. खुद का बच्चा जाये तो पता चलता है, दूसरों का बच्चा जाये तो पता नहीं चलता.


संयम लोढ़ा चिकित्सा मंत्री से मिलकर कार्रवाई की मांग की. सिरोही जिला चिकित्सालय में नवजात शिशु को कुत्तों के द्वारा नोंचने का मामले में विधायक संयम लोढा ने चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा से मुलाकात की. लोढा ने चिकित्सा मंत्री से दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग करते हुए मां को सरकारी नौकरी देने के साथ पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की मांग की. इस पर चिकित्सा मंत्री ने जिला कलेक्टर से पूरे मामले की जानकारी ली. मंत्री ने कलेक्टर से तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी है.