अखिल राजस्थान महिला एवं बाल विकास संयुक्त कर्मचारी संघ ने मांगों के लिए सौंपा ज्ञापन
Raisingh Nagar News: अखिल राजस्थान महिला एवं बाल विकास संयुक्त कर्मचारी संघ द्वारा शहरी अध्यक्ष मंजू ग्रामीण अध्यक्ष लखविंदर कौर के नेतृत्व में महिला एवं बाल विकास विभाग और उपखंड अधिकारी के नाम ज्ञापन सौंपा गया है.
Raisingh Nagar, Sri Ganganagar: अखिल राजस्थान महिला एवं बाल विकास संयुक्त कर्मचारी संघ द्वारा शहरी अध्यक्ष मंजू ग्रामीण अध्यक्ष लखविंदर कौर के नेतृत्व में महिला एवं बाल विकास विभाग और उपखंड अधिकारी के नाम ज्ञापन सौंपा गया है. 6 सूत्री मांग को लेकर यह ज्ञापन सौंपा गया है. जिसमें महिला ए़वं बाल विकास विभाग में कार्यरत आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के द्वारा आंगनबाड़ी केन्द्रों पर कार्यरत कार्मिकों को सरकारी कर्मचारी घोषित करने, वर्ष 2020 की बकाया पोषाहार की राशि का भुगतान करवाने, विभिन्न समस्याओं को लेकर विभाग अधिकारियों को अवगत करवाया गया है.
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शहरी अध्यक्ष मंजू के नेतृत्व में सौंपे गए ज्ञापन में विभाग अधिकारियों को अवगत करवाया गया है कि स्वयं सहायता समूह का जनवरी, फरवरी, मार्च व अप्रैल, 2020 का बिल एवं कुछ जगहों पर उक्त वर्ष माह नवम्बर 2019 से अप्रैल, 2020 की राशि अभी तक जमा नहीं किया गया है.
विभाग द्वारा आंगनबाड़ी केन्द्रों पर गर्म पोषाहार नाश्ता प्रति बच्चे 0.45 पैसे के हिसाब से पोषाहार तैयार करने का दवाब दिया जा रहा है जिससे कार्यकर्ताओं को बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. वर्तमान में गैस सिलेण्डर की कीमत 1100 रूपये है ऐसी स्थिति में आंगनबाड़ी केन्द्रों पर गर्म पोषाहार तैयार करना कार्यकर्ताओं के बस में नहीं है. गर्म पोषाहार हेतु तय राशि में बढ़ोतरी की जावे।कार्यकर्ता का मानदेय के साथ सीबीपीएमवाई डाटा फिडिंग व मानदेय का भुगतान एकमुश्त की मांग रखी गई है.
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कार्यकर्ताओं ने बताया कि विभाग द्वारा ड्रेस के लिए उन्हें आज तक कोई राशि प्राप्त नहीं हुई है. जब तक ड्रेस की राशि हमें प्राप्त नहीं होती, तब तक आंगनबाड़ी कार्मिक ड्रेस नहीं पहनेंगें. विभाग द्वारा दिया जाने वाला सामान वेट मशीन, दरी, ब्लेक बोर्ड आदि जो भी सामग्री दी जाती है वह संबंधित आंगनबाड़ी केन्द्रों पर ही उपलब्ध करवाई जाए.
क्योंकि आंगनबाड़ी कार्मिकों को उक्त सामग्री ले जाने के लिए विभाग द्वारा कोई यात्रा भत्ता नहीं दिया जाता. विभाग द्वारा शीतकालीन अवकाश व ग्रीष्मावकाश जो देय है उस अवधि में कोई प्रशिक्षण एवं अन्य कार्यो में मानदेय कार्मिकों को न लगाया जावे। गौरतलब है कि पहले जिलाध्यक्ष सीता स्वामी के नेतृत्व में भी जिला कलेक्टर सौरभ स्वामी को ज्ञापन सौंपा गया है.
Reporter- Kuldeep Goyal