घग्घर नदी के बहाव को पूर्व की भांति रखने के लिए किसानों ने की मांग, प्रशासन को सौंपा ज्ञापन
अनूपगढ़ क्षेत्र में बहने वाली घग्घर नदी के बहाव के टेल क्षेत्र के किसानों ने आज उपखंड कार्यालय में उपखंड अधिकारी प्रियंका तलानिया के निजी सचिव को एक ज्ञापन सौंपकर और घग्घर नदी के बहाव क्षेत्र का नक्शा सौंपकर घग्घर नदी के बहाव को पूर्व की भांति रखने की मांग की है.
Anupgarh: अनूपगढ़ क्षेत्र में बहने वाली घग्घर नदी के बहाव के टेल क्षेत्र के किसानों ने आज उपखंड कार्यालय में उपखंड अधिकारी प्रियंका तलानिया के निजी सचिव को एक ज्ञापन सौंपकर और घग्घर नदी के बहाव क्षेत्र का नक्शा सौंपकर घग्घर नदी के बहाव को पूर्व की भांति रखने की मांग की है. आज ज्ञापन सौंपते समय लगभग डेढ़ दर्जन गांवों के किसान उपस्थित हुए और प्रशासन से मांग की है कि बहाव क्षेत्र को पूर्व की भांति रखा जाए जिससे किसानों को घग्घर नदी का पानी आने पर किसी भी तरह का नुकसान न उठाना पड़े.
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गांव 33 एपीडी के किसान बजरंग सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि पूर्व में घग्गर नदी गांव 93 जीबी से निकलकर गांव 3 एमएसआर, 4 एमएसआर, 5 एमएसआर, गांव 94 जीबी और 6 एमएसआर और लैला मजनूं की मजार के पास से होकर गांव 36 एपीडी दक्षिण, गांव 28 ए, गांव 35 एपीडी से होकर भी भेड़ताल तक पहुंचती थी लेकिन अब काफी समय से घग्घर नदी का पानी भेड़ताल तक नहीं पहुंच पा रहा, जिससे बहाव क्षेत्र की निशानदेही लुप्त हो चुकी है.
गांव 36 एपीडी के किसान कासिम अली ने जानकारी देते हुए बताया कि पूर्व में 2015 में घग्गर नदी का पानी भारत के अंतिम छोर भेड़ताल तक पहुंचा था लेकिन 2015 के बाद घग्गर नदी का पानी भेड़ताल तक नहीं पहुंचा. इस बार पूरे भारत में बरसात अच्छी होने के कारण घग्गर नदी का पानी भेड़ताल तक पहुंचने की उम्मीद है लेकिन बहाव क्षेत्र की निशानदेही लुप्त होने के कारण किसानों को खतरा है कि नेहरी विभाग के द्वारा घग्घर नदी का बहाव क्षेत्र बदला जा सकता है.
इसलिए आज लगभग डेढ़ दर्जन गांवों के किसानों ने इकट्ठे होकर उपखंड कार्यालय में ज्ञापन सौंपकर प्रशासन से मांग की है कि पूर्व की भांति घग्घर नदी के बहाव क्षेत्र की पूर्व की निशानदेही दी जाए जिससे किसानों को नदी के पानी का लाभ मिल सके. किसानों ने ज्ञापन में लिखा है कि कुछ लोगों के द्वारा बहाव क्षेत्र में नाजायज बंधे भी बना लिए गए हैं, जिससे घग्घर नदी के पानी में रुकावट उत्पन्न होती है. इसलिए प्रशासन से मांग की गई है कि जो अवैध बंधे बनाए गए हैं उन्हें तुरंत प्रभाव से हटाया जाए जिससे घग्गर नदी का पानी आने पर किसानों में किसी भी तरह का आपसी न विवाद ना हो.
Reporter: Kuldeep Goyal
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