Anupgarh Trending News: राजस्थान के अनूपगढ़ जिला के गंगनहर की करणी जी वितरिका में सिंचाई पानी की मांग को लेकर आज रविवार दोपहर लगभग 1 बजे किसानों ने पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार स्टेट हाईवे नंबर 94 पर अनिश्चितकालीन चक्का जाम कर दिया है. चक्का जाम के दौरान अनूपगढ़ से विजयनगर मार्ग पर गांव 72 जीबी के पास एक बारात पहुंची तो दूल्हे ने बारातियों के साथ गाड़ियों से उतर कर किसानों की मांग को जायज बताते हुए अपना समर्थन दिया.


दूल्हे ने बारातियों संग किया चक्का जाम


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दूल्हे ने मौके पर बारातियों और किसानों के साथ मिलकर सिंचाई पानी की मांग को लेकर सिंचाई विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की. दूल्हे ने बताया कि अगर उनकी बारात लेट होती हो तो हो जाए मगर किसानों की समस्या का समाधान शीघ्र होना चाहिए.  चक्का जाम किए जाने से सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई.


दूल्हा बोला- बारात लेट होती है तो हो जाने दो


किसानों की मांग है कि गंग नहर की करणी जी वितरिका में 300 क्यूसेक पानी छोड़ा जाए. किसानों ने सिंचाई विभाग पर आरोप लगाया है कि सिंचाई विभाग के अधिकारियों के द्वारा जानबूझकर करणीजी वितरिका के किसानों को अनदेखा किया जा रहा है. किसानों ने बताया कि खेतों में खड़ी फसल को लगभग 1 महीने सिंचाई पानी नहीं मिल पाया है. किसानों के द्वारा चक्कर जाम किए जाने पर तहसीलदार राजेंद्र सिंह चौधरी,अनूपगढ़ थानाधिकारी ईश्वर जांगिड़ और रामसिंहपूर पुलिस जाब्ता मौके पर पहुंचा. प्रशासन के द्वारा किसानों से समझाइश के प्रयास किए जा रहे हैं मगर किसान अपनी मांग पर अड़े हुए हैं.


जिला कलेक्टर ने पानी छोड़ने का दिया था आश्वासन


किसान नेता रणवीर सिंह सेखों ने बताया कि करनी जी वितरिका क्षेत्र की फसलें सिंचाई पानी की कमी से खराब होने की कगार पर पहुंच चुकी है. फसलों के साथ-साथ करणीजी वितरिका के गांवों में पेयजल की समस्या भी पैदा हो गई है. किसान नेताओं ने कल शनिवार को जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर समस्या से अवगत करवाया था.


आश्वासन के बाद भी नहीं छोड़ा गया पानी 


जिला कलेक्टर कल्पना अग्रवाल ने किसानों को कर्ज वितरिका में पानी छोड़ने का आश्वासन दिया था लेकिन रविवार दोपहर 12 बजे तक करणीजी वितरिका में सिंचाई विभाग के द्वारा पानी नहीं छोड़ा गया. पानी नहीं छोड़ने पर किसान आक्रोशित हो गए और पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार गांव 72 जीबी के पास किसानों ने चक्का जाम कर दिया। किसानों के द्वारा चक्का जाम किए जाने पर सड़क के दोनों और वाहनों की लंबी कतार लग गई। किसानों के द्वारा बारात और मरीज को ही जाने दिया जा रहा है.


प्रशासन पहुंचा मौके पर


किसानों के द्वारा चक्का जाम किए जाने पर तहसीलदार राजेंद्र सिंह चौधरी जाब्ते के साथ मौके पर पहुंचे. मौके पर पहुंचकर तहसीलदार ने किसानों के साथ समझाइए की और मौके पर ही सिंचाई विभाग के अधिकारियों से दूरभाष पर बात की. सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने तहसीलदार को बताया कि बेलदार को सूचना देकर करणीजी वितरिका में 100 क्यूसेक छुड़ाया जा रहा है.


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तहसील दार ने किसानों को आश्वासन दिया की करणीजी वितरिका में शीघ्र ही 100 क्यूसेक पानी छोड़ दिया जाएगा मगर किसान अपनी मांग पर अड़े रहे. किसानों ने तहसीलदार से मांग की है कि तुरंत प्रभाव से वितरिका में 300 क्यूसेक पानी छोड़ा जाए. किसानों ने कहा कि वर्तमान में सूरतगढ़ शाखा में 1450 क्यूसेक पानी चल रहा है और 300 क्यूसेक पानी सेमनाले में छोड़ा गया है, जो की व्यर्थ जा रहा है.


300 क्यूसेक पानी छोड़ा जाए


सेमनाले में छोड़ा गया पानी अगर करणीजी वितरिका में छोड़ा जाता है तो किसानों की समस्या का समाधान हो सकता है और इसके लिए विभाग को ज्यादा मशक्कत भी नहीं करनी पड़ेगी. किसान नेता रणवीर सिंह सेखों ने बताया कि सिंचाई विभाग के द्वारा अगर 300 क्यूसेक से कम पानी छोड़ा जाता है तो टेल के किसानों तक पानी नहीं पहुंच पाएगा. मौके पर तहसीलदार के द्वारा किसानों से लगातार समझाइस की जा रही है मगर किसान चक्का जाम कर अपनी मांग पर अड़े हुए हैं.


दूल्हे ने किसानों की मांग को दिया समर्थन


चक्का जाम के दौरान अनूपगढ़ से विजयनगर मार्ग पर गांव 72 जीबी के पास एक बारात पहुंची तो दूल्हे ने बारातियों के साथ गाड़ियों से उतर कर किसानों की मांग को जायज बताते हुए अपना समर्थन दिया. दूल्हे ने मौके पर बारातियों और किसानों के साथ मिलकर सिंचाई पानी की मांग को लेकर सिंचाई विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की. दूल्हे ने बताया कि अगर उनकी बारात लेट होती हो तो हो जाए मगर किसानों की समस्या का समाधान शीघ्र होना चाहिए. दूल्हे के द्वारा समर्थन दिए जाने पर किसानों ने सहयोग करते हुए दूल्हे की बारात को रवाना किया. किसानों के समर्थन में दूल्हा बारातियों के साथ आधे घंटे तक मौके पर मौजूद रहा.