श्रीगंगानगर:  अनूपगढ़ के व्यापार मंडल में आज सिख इतिहास बचाओ मुहिम के तहत जट्ट सिख महासभा के बैनर तले एक बैठक का आयोजन हुआ. बैठक में सिख इतिहास बचाओ मुहिम की जानकारी दी गई. इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से भारतीय किसान यूनियन के प्रधान बलदेव सिंह सिरसा ने कहा कि राजस्थान सरकार और केंद्र सरकार के द्वारा सिख इतिहास को तोड़ मरोड़ कर पेश किया जा रहा है, जिसका सिख समुदाय में काफी विरोध है.


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सभा के दौरान सिरसा ने सिख समुदाय के लोगों को सिख इतिहास के बारे में विस्तृत जानकारी दी तथा अपील की है कि सिख इतिहास को बचाने के लिए जो मुहिम चलाई गई है उस में सहयोग करें. साथ ही राज्य और केंद्र सरकार का विरोध करें.भारतीय किसान यूनियन के प्रधान बलदेव सिंह सिरसा ने संबोधित करते हुए कहा कि पंजाब एजुकेशन बोर्ड की ओर से बारहवीं कक्षा के बच्चों की ''पंजाब का इतिहास'' नामक पुस्तक में 1993 से लेकर आज तक सिख गुरुओं के बारे में,बाबा बन्दा सिंह बहादर के बारे में गलत शब्दावली का प्रयोग किया गया है.


उन्होंने बताया कि इस पुस्तक में इतिहास के साथ छेड़छाड़ की गई है। इतिहास के साथ छेड़छाड़ होने पर पुस्तक की शब्दावली को सही करवाने के लिए यह मुहिम चलाई गई है। इस मुहिम को पूरे देश में चलाया जाएगा ताकि सरकारों के द्वारा गुरुओं के इतिहास के साथ छेड़छाड़ ना की सके. सभा को संबोधित करते हुए कहा कि भावी पीढ़ी को गुरुओं के इतिहास के बारे में जानकारी होना अत्यंत आवश्यक है इसलिए सिख समुदाय के लोग गुरुओं के इतिहास से किसी को भी छेड़छाड़ नहीं करने देंगे.


सभा में यह हुए शामिल
जट्ट सिख महासभा के द्वारा आयोजित कार्यक्रम में भारतीय किसान यूनियन के प्रधान बलदेव सिंह सिरसा, रविंद्र सिंह, जट्ट सिख महासभा के अध्यक्ष सुरेंद्र पाल सिंह, सचिव भूपेंद्र सिंह गिल, व्यापार मंडल अध्यक्ष बूलचंद चुघ, मुकंद सिंह,दर्शन सिंह, जालंधर सिंह तूर,गुरुदत्ता सिंह, मनदीप सिंह बसरा,कृपाल सिंह गिल,गोरा गिल,अवतार सिंह,जसविंदर सिंह संधू,लक्ष्मण सिंह,बिंद्रपाल सिंह, गुरविंदर गिल,गुरभिन्द्र सिंह वाला सहित अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे.


Reporter- Kuldeep Goyal