हिंदू युवक ने मुस्लिम दोस्त संग शुरू की भारत यात्रा,अनूपगढ़ पहुंचे तो ऐसे हुआ स्वागत
Sriganganagar news: देशवासियों को हिन्दू-मुस्लिम एकता और पर्यावरण संरक्षण का संदेश देने के लिए दो युवकों के अनूपगढ़ में पहुंचने पर युवाओं ने स्वागत किया. यह दो जवान पश्चिम बंगाल के निवासी है. दोनों ने लोगों में जात-पात का झगड़ा छोड़ प्रेम की भावना का संचार करने लोगों को पर्यावरण के प्रति सजग करने के लिए यात्रा शुरू की है.
Sriganganagar: Anupgarh: देशवासियों को हिन्दू-मुस्लिम एकता और पर्यावरण संरक्षण का संदेश देने के लिए दो युवकों के अनूपगढ़ में पहुंचने पर युवाओं ने स्वागत किया. यह दो जवान पश्चिम बंगाल के निवासी है. लोगों में जात-पात का झगड़ा छोड़ प्रेम की भावना का संचार करने लोगों को पर्यावरण के प्रति सजग करने, स्वच्छता के लिए लगातार प्रयास करते रहने का संदेश देने के लिए साइकिल पर भारत भ्रमण के लिए निकले हुए हैं. दोनों में एक हिन्दू तो दूसरा मुस्लमान हैं.
दोनों दोस्तों ने 118 दिन पूर्व इस यात्रा की शुरुआत पश्चिम बंगाल से की थी. आज अनूपगढ़ पहुंचने पर दोनों दोस्तों का युवाओं के द्वारा स्वागत किया गया. साइकिल पर यात्रा के दौरान दोनों दोस्तों के द्वारा नए पौधे लगाने के लिए बीजों का भी वितरण किया जा रहा है और आमजन को पर्यावरण सरंक्षण के बारे में भी जानकारी दी जा रही है.
जानकारी के अनुसार जयदीप चक्रवती एवं माहम्मद इरफान सिद्दकी ने 118 दिन पूर्व भाईचारा,प्रेम और पर्यावरण सरंक्षण का संदेश देने के लिए साइकिल यात्रा करने का निर्णय लेकर अपनी यात्रा आरम्भ कर दी. साइकिल पर ही सोलर सिस्टम लगवाकर व आवश्यक सामान लेकर यात्रा को शुरू कर दिया. दोनों ने बताया कि वह पश्चिम बंगाल में होमगार्ड में कार्यरत है व छुट्टी लेकर यात्रा पर निकले हैं. इन 118 दिनों में सिक्किम,आसाम,अरूणांचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर,मिजोरम, त्रिपुरा, मेघालय, बिहार, यूपी और एमपी में भ्रमण कर अपने उद्देश्य के तहत भ्रमण किया.
उन्होंनें कहा कि राजस्थान में भरतपुर से प्रवेश करने के बाद जयपुर,अजमेर,पुष्कर,जोधपुर जैसेलमेर सहित अन्य स्थानों से होते हुए श्रीगंगानगर जिले में प्रवेश किया. उन्होंनें अनूपगढ़ के गांव 6 पी में लोगों को पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रेरित करते हुए पौधे लगाए. दोनों दोस्तों ने अनूपगढ़ पहुंचने पर बताया कि वह अपनी यात्रा के दौरान 6000 से अधिक पौधों के बीज का वितरण कर चुके हैं. उन्होंनें कहा कि हमारी मुहिम के तहत प्रत्येक शहर में दो लोग भी जागरूक होंगें तो उनकी यात्रा का उद्देश्य पूरा होगा.