श्रीगंगानगर: सूरतगढ़ में पालिका अध्यक्ष और पूर्व MLA गंगाजल मील आमने सामने, लगाए ये गंभीर आरोप
Sriganganagar news: सूरतगढ़ के नगरपालिका अध्यक्ष पर लगे करोड़ों के भ्रष्टाचार का आरोप अब राजनिति तौर पर गर्माता हुआ दिख रहा है. सीवरेज घोटाले की जांच का मामला कांग्रेस पार्टी के विधायक रामप्रताप कासनिया ने विधानसभा में भी उठाया था.
Sriganganagar news: नगरपालिका अध्यक्ष ने सीवरेज घोटाले विकास कार्य पट्टे बनाने सहित अन्य प्रकरणों में करोड़ों रुपए का भ्रष्टाचार किया है. जब कांग्रेस पार्टी ने साथ नहीं दिया तो पालिकाध्यक्ष ओमप्रकाश कालवा ने भाजपा का दामन थाम अपनी छवि पाक साफ करने में लगे हैं. यह बात पूर्व विधायक गंगाजल मील पंचायत समिति सदस्य हेतराम मील पीसीसी सदस्य हनुमान मील पालिका उपाध्यक्ष सलीम कुरैशी और पूर्व पालिकाध्यक्ष बनवारी मेघवाल पार्षद परसराम भाटिया वरिष्ठ नेता राजाराम गोदारा व अमित कल्याणा ने मंगलवार को प्रेस वार्ता में कही. पूर्व विधायक मील ने कहा कि कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए पालिकाध्यक्ष कालवा मीडिया व सोशल मीडिया के माध्यम से कांग्रेस पार्टी व मील परिवार को बदनाम कर रहे हैं. जबकि पालिकाध्यक्ष पर सीवरेज घोटाले की जांच चल रही है.
प्रशिक्षु आईपीएस के नेतृत्व में हो रही है जांच
प्रशिक्षु आईपीएस के नेतृत्व में टीम 10 दिनों में जांच कर कार्रवाई करेगी. पूर्व विधायक ने कहा कि सीवरेज घोटाले की जांच का मामला विधायक रामप्रताप कासनिया ने विधानसभा में उठाया था. उसी मामले में पालिकाध्यक्ष ने सीवरेज कंपनी को भुगतान कर दिया अब भाजपा में शामिल होकर अपनी छवि सुधारने में लगे हैं. नगरपालिका के नए भवन निर्माण संबंधी घोटाले की जानकारी देते हुए कहा यह टेंडर ओमप्रकाश कालवा स्वयं लेना चाहते थे. उनके द्वारा पालिका नए भवन निर्माण घोटाला.अरोड़वंश धर्मशाला फर्जी पट्टा जारी करना वार्ड नंबर 10 में पालिकाध्यक्ष के फर्जी तरीके से भूखंड का पट्टा बना रिश्तेदार की रजिस्ट्री करवाना. विधायक के साथ 4 बीघा भूमि का सौदा करना. कब्जा नहीं तोड़ने की एवज में अतिक्रमणकारी से सौदा पद का दुरुप्रयोग कर भूखंड पर कब्जा करना. सफाईकर्मी के एरियर भुगतान में लेने-देन करना व शहर के विकास कार्य न करवा आमजन के साथ धोखा किया है.
पीसीसी सदस्य मील ने कहा पालिकाध्यक्ष को विकास करवाने की पूरी स्वतंत्रता देने के बावजूद उसने हमेशा गलत काम किए. इसका खामियाजा शहर की जनता को भुगतना पड़ रहा है. यही नहीं कांग्रेस व भाजपा के पार्षदों के काम बिना लिए-दिए नहीं किए. पंचायत समिति सदस्य मील ने कहा शहर पालिकाध्यक्ष की कार्यशैली से परेशान था. इसके बावजूद हमने विश्वास किया. जबकि बार-बार समझाया गया पर अपनी कार्यशैली में बदलाव नहीं किया. पत्रकार वार्ता में कांग्रेस के पार्षद मनोनीत पार्षद व कार्यकर्ता मौजूद थे.
पालिकाध्यक्ष के कब्जे टूटे तो हुआ पार्टी के खिलाफ, कानूनी कार्रवाई न होने तक नहीं लेंगे दम
पूर्व विधायक मील ने कहा कि पालिकाध्यक्ष ने पट्टे बनाने की एवज में भी लेन-देन किया. पालिकाध्यक्ष पर आरोप लगाया कि 10 बीघा भूमि व वार्ड नंबर 10 में किए कब्जे तुडवाएं तो पार्टी व मील परिवार के खिलाफ हो गया. पालिकाध्यक्ष ने शेफ्टी टेंक तुड़वाने व साफ करवाने को लेकर लाखों रुपए का भष्ट्राचार किया है. रूडीस्कों कंपनी के अधिकारियों के साथ मिलीभगत कर 1 करोड़ 60 लाख का बिल पास करवा लिया. पालिकाध्यक्ष ने पार्टी व कार्यकर्ताओं के साथ विश्वाघात किया है. जब तक उसे जेल नहीं भेज देते तब तक दम नहीं लेगे. ऐसे भ्रष्ट पालिकाध्यक्ष के कारण शहर के विकास कार्य नहीं होगें. 10 दिन में जांच के बाद पालिकाध्यक्ष पर कानूनी कार्रवाई होना तय है.