Tonk News: जिले की देवली और दूनी तहसील क्षेत्र में दो दिन से आसमान में उड़ रहा हेलीकॉप्टर लोगों में जिज्ञासा का विषय बना हुआ है. यह हेलीकॉप्टर एक जालनुमा डिवाइस को लेकर उड़ता हुआ दिखाई दे रहा है. साथ ही पहाड़ी क्षेत्र में ही चक्कर लगा रहा है. कई बार तो यह आबादी क्षेत्र में काफी नीचे तक लोगों को दिखाई दिया. इस नजारे को लोगों ने कैमरे में कैद भी किया.


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हेलीकॉप्टर के बारे में जब खनिज विभाग के अधिकारियों से बात की तो उन्होंने अनभिज्ञता जाहिर की, लेकिन इतना जरूर बताया कि अगर पहाड़ी क्षेत्र में कोई हेलीकॉप्टर चक्कर लगा रहा है तो वह मिनरल (खनिज) की खोज कर रहा होगा. ग्रामीणों ने बताया कि हेलीकॉफ्टर बीते शुक्रवार से दिनभर पहाड़ियों पर चक्कर लगा रहा है. हेलीकॉप्टर के नीचे लटकी जाल में ऐसी हाईपावर की मशीनें लगाई गई हैं, जिनसे करीब 300 मीटर तक जमीनी गहराई में खनिज का पता लगाया जा सकेगा. यह पावर मशीन स्कैन कर रही है.


 


 


बूंदी में ठहरी है टीम


परमाणु खनिज अन्वेषण एवं अनुसंधान निदेशालय हैदराबाद की टीम बूंदी में एक महीने से ज्यादा समय से रुकी हुई है. वह पहाड़ी क्षेत्रों में हेलीकॉप्टर से जमीन में यूरेनियम समेत अन्य खनिज संपदा को खोज रही है. यदि टोंक में खनिज संपदा मिलती है तो टोंक जिले का कायाकल्प होगा. 


यह हेलीकॉप्टर काफी नीचे तक आकर जमीन को स्कैन कर रहा है. जिले में पहाड़ी क्षेत्रों में यदि परमाणु ऊर्जा विभाग का सर्वे कामयाब होता है और कोई खनिज मिलता है तो देश के परमाणु संयंत्रों को नई ऊर्जा मिलेगी और देश में बिजली के संकट का काफी हद तक दूर होगा. साथ ही आर्थिक स्थिति मजबूत होगी. इससे टोंक जिले को भी नीचे आर्थिक मजबूती मिलेगी और रोजगार के नए साधन मिलेंगे. देवली SDM भारत भूषण गोयल ने बताया कि हेलिकॉप्टर के क्षेत्र में उड़ने की सूचना मिली है इसका पता करवाया जा रहा है. इसको लेकर वैसे कोई अधिकृत जानकारी पहले से नहीं है.


Reporter: Purshottam Joshi


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