किसानों के लिए बड़ी खुशखबरी, फसल खराबे की रिपोर्ट देने के लिए नहीं काटने पड़ेंगे सरकारी दफ्तरों के चक्कर
राजस्व मंत्री रामलाल जाट ने टोंक में मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि अब तक प्रदेश के किसानों को फसल गिरदावरी,नामांतरण खुलवाने और फसल खराबे के आंकलन के लिए पटवारी,गिरदावर और तहसीलदार के चक्कर काटने पड़ रहे हैं.
Tonk: राजस्थान के धरतीपुत्रों को गहलोत सरकार जल्द बड़ी राहत देगी.अब फसलों की गिरदावरी और खराबे की रिपोर्ट जल्द प्रदेश के किसान खुद करेंगे.राजस्व मंत्री रामलाल जाट ने जानकारी देते हुए बताया कि आने वाले दिनों में जल्द राजस्थान सरकार एक ऐसा मोबाइल एप तैयार कर लॉन्च करेगी. जिससे प्रदेश के किसान खुद फसलों की गिरदावरी दर्ज करा सकेंगे और फसल खराबा होने पर उसकी रिपोर्ट भी सरकार तक पहुंचा देंगे.
इस एप के अंदर कई तरह के फीचर होंगे.जिससे धरतीपुत्रों को पटवारी,गिरदावर और तहसीलदार के चक्कर नहीं काटने पड़ंगे. एक निर्धारित समय पर नामांतरण अपने आप खुल जाएगा. यह काम भी खुद किसान अपने स्मार्टफोन से आसानी से कर सकेगा
दरअसल राजस्व मंत्री रामलाल जाट ने टोंक में मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि अब तक प्रदेश के किसानों को फसल गिरदावरी,नामांतरण खुलवाने और फसल खराबे के आंकलन के लिए पटवारी,गिरदावर और तहसीलदार के चक्कर काटने पड़ रहे हैं लेकिन अब जल्द ही राजस्थान सरकार एक ऐसा मोबाइल एप तैयार कर लॉन्च करेगी जिससे किसान यह सारे सरकारी काम काज खुद अपने स्मार्टफोन से घर बैठे कर सकेंगे.
इस एप की सबसे खास बात यह होगी कि जो नामांतरण खोलने की फाइले महीनों पटवारी,गिरदावर और तहसीलदार की टेबिलों के नीचे धूल फांकती रहती थी लेकिन इस एप के माध्यम से निर्धारित समय पर यह सब काम घर बैठे हो जाएगा. इससे किसानों को इधर उधर दफ्तरों में चक्कर काटने से निजात भी मिल जाएगी.
मंत्री रामलाल जाट के दावों से तो यही लगता है कि गहलोत सरकार ने धरतीपुत्रों की पीड़ा को समझ लिया है और इस पर मरहम लगाने की पूरी तैयारी भी कर ली है. बस उम्मीद इतनी सी है कि इस पर राजनीति ना शुरू हो जाए और प्रोजेक्ट कहीं अटक ना जाए.
Reporter-Purshottam Joshi
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