Tonk News: देवली उनियारा विधानसभा उपचुनाव से पहले पूर्व मंत्री रघु शर्मा के बिगड़े बोल सामने आए हैं. देवली में कांग्रेस प्रत्याशी के समर्थन में आयोजित जनसभा को सम्बोधित करते हुए रघु शर्मा के बोल बिगड़े हैं. उन्होंने कहा है कि जब से भारतीय जनता पार्टी के मुंह पर खून लगा है, तब से भाई को भाई से लड़ाओ, जाती बिरादरी का झगड़ा करो. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING


आगे उन्होंने कहा कि वोट काटने की रणनीति के तहत कहीं से आदमी पकड़ के लाओ. यह साजिश की राजनीति जब से शुरू हुई है, राजस्थान का विकास ठप हो गया. रघु शर्मा ने भाजपा को चुनौती दी है और कहा है कि चुनाव में हार जीत का परिणाम तो होता रहेगा लेकिन भाजपा मुझे यह बता दें क्या विकास किया है. आप 23 तारीख का इंतजार कीजिए. 23 छोड़िए, 13 तारीख के बाद ही देख लेना, राजस्थान में कत्लेआम होगा. 



बता दें कि राजस्थान की सात विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने जा रहे हैं. ऐसे में देवली उनियारा सेट काफी चर्चाओं में बनी हुई है. यह सीट कांग्रेस का गढ़ मानी जाती है और अब बुरी तरह से फंसती हुई नजर आ रही है. कहा जा रहा है कि कांग्रेस उम्मीदवार केसी मीणा पर टिकट खरीदने के आरोप लग रहे हैं. वहीं, कांग्रेस के ही बागी नरेश मीणा पर बीजेपी से साथ घाट करके निश्चित चुनाव लड़ने का भी आरोप लग रहा है यानी कि कांग्रेस के दो धड़े हो चुके हैं और चुनावी मैदान में उतरने वाले भाजपा उम्मीदवार राजेंद्र गुर्जर का रास्ता आसान होते नजर आ रहा है. 



टोंक जिले की देवली उनियारा सीट कांग्रेस नेता सचिन पायलट के प्रभाव वाली सीट मानी जाती है, ऐसे में उपचुनाव में कांग्रेस के बागी उम्मीदवार के उतरने से मामला और ज्यादा कांटेदार हो गया है. पिछली पर भाजपा ने गुर्जर आरक्षण के अगर कर रहे कर्नल किरोड़ी सिंह बैसला के बेटे विजय बैंसला को टिकट दिया था हालांकि वह हार गए थे. वहीं 2018 में बीजेपी ने राजेंद्र गुर्जर पर विश्वास जताया और वह कांग्रेस के हरीश मीणा से करीब 20000 वोटों से हारे थे. साल 2023 में बीजेपी ने विजय सिंह बैसला को फिर से मैदान में उतारा लेकिन इस बार भी वह चुनाव हार गए.



साल 2013 की बात करें तो बीजेपी के टिकट पर राजेंद्र गुर्जर को जीत हासिल हुई थी. इसके बाद लगातार दो बार 2018-2023 में कांग्रेस की हरीश मीणा ने बड़े पैमाने पर यहां से चुनाव भी जीत हासिल की. लोकसभा चुनाव में सिटिंग विधायक हरिश्चंद्र मीणा टोंक सवाई माधोपुर सीट से सांसद बन चुके हैं. इसके बाद इस सीट पर उपचुनाव होने जा रहे हैं. 



वहीं भाजपा ने इस बार अपने पुराने उम्मीदवार राजेंद्र गुर्जर पर विश्वास जताकर टिकट दिया है. साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि अगर सचिन पायलट अपने विधानसभा क्षेत्र टोंक जिले की सीट पर आखिरी समय तक पहुंचा संभालते हैं तो शायद बात कुछ बन सकती है. जानकारी के अनुसार, टोंक की चारों विधानसभा क्षेत्र में वह इलाका है, जिसका फैलाव सबसे ज्यादा है. यहां की भौगोलिक सीमाएं सवाई माधोपुर, बूंदी के साथ-साथ नए जिले शाहपुरा-केकड़ी से मिली हैं और यहां पर विधानसभा क्षेत्र में कुल मतदाताओं की संख्या लगभग 3 लाख 2 हजार 721 है.



राजस्थान की ताज़ा ख़बरों के लिए ज़ी न्यूज़ से जुड़े रहें! यहाँ पढ़ें Rajasthan News और पाएं Latest Rajasthan News हर पल की जानकारी। राजस्थान की हर खबर सबसे पहले आपके पास, क्योंकि हम रखते हैं आपको हर पल के लिए तैयार। जुड़े रहें हमारे साथ और बने रहें अपडेटेड!