Rajasthan Politics: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने राहुल गांधी पर कसा तंज, बोले- राहुल को देशभक्ति सीखने की जरूरत
Rajasthan Politics: राजस्थान के भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ आज जयपुर से कोटा जाते समय टोंक में राठौड़ का नेशनल हाईवे पर स्थित एक निजी होटल के बाहर टोंक भाजपा जिला अध्यक्ष अजीत सिंह मेहता के नेतृत्व में स्वागत किया गया. इस दौरान मदन राठौड़ ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि राहुल को देशभक्ति सीखने की जरूरत है.
Rajasthan Politics: राजस्थान के भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ आज जयपुर से कोटा जाते समय कुछ देर के लिए टोंक रुके. टोंक में राठौड़ का नेशनल हाईवे पर स्थित एक निजी होटल के बाहर टोंक भाजपा जिला अध्यक्ष अजीत सिंह मेहता के नेतृत्व में स्वागत किया गया.
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स्वागत कार्यक्रम से मदन राठौड़ भी काफी खुश नजर आए. राठौड़ ने पार्टी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों का अभिवादन स्वीकार करते हुए कहा कि मैं इस स्वागत से अभिभूत हो गया हूं. इसके साथ ही उन्होंने भाजपा जिला अध्यक्ष अजित सिंह मेहता की भी तारीफ की.
प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ स्वागत कार्यक्रम के बाद मीडिया से रूबरू हुए और राहुल गांधी पर हो रही बयान बाजी सहित अन्य कई मामलों को लेकर अपनी बात रखी. मदन राठौड़ ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि राहुल को देशभक्ति सीखने की जरूरत है.
मदन राठौड़ ने कहा कि राहुल गांधी जब भी विदेश दौरे पर जाते हैं, तो भारत की छवि को खराब करते हैं. इसी वजह से उनके खिलाफ मुकदमें दर्ज होते हैं. लोग उनका विरोध करते हैं. राहुल गांधी की जुबान काटने वाले कथित बयान का भी राठौड़ ने बचाव करते हुए कहा कि बयान का मतलब किसी के जुबान काटने का नहीं बल्कि उसकी बात काटने से था.
देवली उनियारा विधानसभा उपचुनाव को लेकर भी मदन राठौड़ ने चुटकी लेते हुए कहा कि आपके यहां तो ब्याह मंडा है. उस ब्याह को जोरदार तरीके से सफल बनाना है और हम सबको उसमें सम्मिलित होना है.
राठौड़ ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि भाजपा में सत्ता और संगठन में बेहतर तालमेल है. मैं स्वयं भी सांसद होने के साथ भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष भी हूं. वहीं दूसरी ओर विपक्ष के नेता राहुल गांधी को आज बहुत कुछ सीखने की जरूरत है.
उन्हें राष्ट्र भक्ति के साथ भाषा के उपयोग सीखने की जरूरत है. विपक्षी नेता हिन्दू को हिंसा के साथ जोड़ रहे हैं, वो हिन्दू जो गाय को रोटी और चींटी को दाना देने तक की व्यवस्था करता है, उस हिन्दू को हिंसक कहना बेहद ही दुखद है. ऐसा बोलेंगे तो विरोध भी होगा और मुकदमें भी होंगे.