Rajasthan Politics: सचिन पायलट ने राज्यों की चुनाव की तारीखों को लेकर सरकार को घेरा, बोले- वन नेशन वन इलेक्शन की बात करने वाली सरकार तीन...
Rajasthan Politics: टोंक विधायक शसचिन पायलट ने आज टोंक विधानसभा क्षेत्र के अतिवृष्टि प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया. इस दौरान पायलट ने ग्रामीणों की समस्याएं सुनी तथा मौजूद प्रशासनिक अधिकारियों को शीघ्र गिरदावरी करवाकर प्रभावितों को मुआवजा दिलवाने के निर्देश दिए.
Rajasthan Politics: राजस्थान के कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव, पूर्व उप मुख्यमंत्री एवं टोंक विधायक शसचिन पायलट ने आज टोंक विधानसभा क्षेत्र के अतिवृष्टि प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया. इस दौरान पायलट ने ग्रामीणों की समस्याएं सुनी तथा मौजूद प्रशासनिक अधिकारियों को शीघ्र गिरदावरी करवाकर प्रभावितों को मुआवजा दिलवाने के निर्देश दिए.
जहां विधायक सचिन पायलट ने देश के राज्यों में चुनाव तारीख पर केंद्र सरकार को घेरा है. सचिन पायलट ने कहा कि जो सरकार वन नेशन वन इलेक्शन की बात कर रही थी. वो सरकार चार राज्यों में एक साथ चुनाव नहीं करवा पा रही है. वायनाड सहित कई राज्यों में सरकार उपचुनाव भी नहीं करवा पा रही है. हरियाणा के लोगों की जो मुसीबत थी, उससे निजात पाने का उपाय ढूंढ लिया.
हरियाणा में तीन चौथाई बहुमत के साथ हमारी सरकार बनने जा रही है. सचिन पायलट जम्मू-कश्मीर में चुनावों के ऐलान पर बोले कि 10 साल बाद चुनाव होने जा रहे हैं. वहां इंडिया अलाइंस मजबूती के साथ काम करेगा. वहां पर भी हमारा अलाइंस बेहतर पर्फार्मेंस करेगा. उदयपुर हिंसा को लेकर पायलट ने कहा कि हम सबने शांति बनाए रखने की अपील की है और लोगों को अफवाहों पर ध्यान नहीं देना चाहिए.
सरकार को चाहिए की सख्ती से कानून व्यवस्था स्थापित करें अगर कहीं विवाद हुआ है, तो समझाइश पर बैठाना चाहिए. इस प्रकार की घटनाओं से किसी का भला नहीं होता है. लोगों को अमन चैन बनाए रखना चाहिए. बांग्लादेश हिंसा को लेकर पायलट ने कहा- किसी भी देश में हिंसा का कोई समर्थन नहीं कर सकता. देश प्रदेश में इस तरह की हिंसा का कोई समर्थन नहीं कर सकता है. सब लोगों को मिलकर शांति और सद्भाव की कामना करनी चाहिए.
पायलट ने कहा- सरकार को राहत पहुंचाने के लिए तुरंत प्रभाव से स्पेशल गिरदावरी की घोषणा करनी चाहिए, क्योंकि पानी खेतों में पड़ा हुआ है. छोटे काश्तकारों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. मैंने भी सरकार और प्रशासन से अनुरोध किया है, जिन किसानों का नुकसान हुआ है, उनको तुरंत प्रभाव से मुआवजा धनराशि उपलब्ध करवाना चाहिए.
प्रदेश में अतिवृष्टि से आई आपदा को लेकर पायलट ने कहा- विडम्बना यह है कि जो आपदा राहत का विभाग है, वो नहीं चल रहा है, कौन चला रहा है यह भी बड़ा सवाल खड़ा हुआ है. सामने सरकार को पूरी जिम्मेदारी के साथ सहानुभूति के बाद कार्रवाई करनी चाहिए और विशेष रूप से किसानों का जो नुकसान हुआ है सरकार को जितनी संभव हो उतनी मदद करनी चाहिए.
हमें मदद भी करनी है, वो मदद अगर किसान तक देर से पहुंचे, तो उसका कोई फायदा नहीं होगा. ऐसे हालात पहली बार नहीं बने हैं, अक्सर बारिश से फसल खराब होती है उसके समाधान के लिए सरकार के एक छोटे और सरल प्रक्रिया सरकार को बनानी चाहिए. टोंक जिले में जहां नुकसान हुआ है सरकार को तुरंत प्रभाव से मुआवजा देना चाहिए. अतिवृष्टि प्रभावितों को शीघ्र सरकार मुआवजा दे. पायलट ने अतिवृष्टि प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया.