राजस्थान चुनाव: पूर्व उपमुख्यमंत्री और टोंक विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी सचिन पायलट आज क्षेत्र में तूफानी चुनावी दौरे पर रहे. इस दौरान पायलट का अलग अंदाज देखने को मिला. इस दौरान जहां परम्परागत वोट बैंक को साधने में वह पूरी ताकत झौंकते नजर आए तो वहीं भाजपा के वोटबैंक में भी सेंधमारी कर सियासी चाणक्य की भूमिका में नजर आए.


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अपने चुनावी दौरे के दौरान पायलट ने बंबोर गांव से शुरूआत की और कई गांवों होते हुए भाजपा के वोटबैंक माली समाज के बाहुल्य साड़ा गांव में पहुंचे.भारी तादाद में माली समाज के प्रबुद्धजनों,महिलाओं, बुजुर्गों,युवा और किशोरियों ने उनका जोरदार स्वागत किया. इस दौरान माली समाज के नेताओं ने ग्रामीणों को संबोधित किया. ग्रामीणों ने भी अपना मत और समर्थन देते हुए जोरदार नारेबाजी की. 


इस दौरान सरपंच ने अपने इलाके में बदहाली की पीड़ा सुनाई. तो सचिन पायलट ने संबोधित करते हुए कहा कि तमाम वादे सत्ता में आते ही पूरे किए जाएंगे. पायलट के इस बदले हुए तेवर को लेकर अब टोंक जिले की सियासत में भाजपा प्रत्याशी और नेताओं के लिए एक ओर चुनौती खड़ी कर दी है.


इसके अलावा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ हाथ से हाथ मिलाने पर पायलट ने बयान दिया. 2023 और साल 2024 के चुनावों को साथ मिलकर लड़ने के सवाल पर पायलट ने कहा कि हम सबने मिलकर बहुत पहले निर्णय ले लिया था कि मिलकर चुनाव लड़ेंगे, व्यक्ति से ऊपर पार्टी होती है.


पायलट ने कहा कि पार्टियों से सरकार मजबूत होती है,पार्टी मजबूत होगी तो सरकार मजबूत बनेगी. आज देश में लोग विकल्प तलाश रहे हैं और भाजपा का विकल्प कांग्रेस है, कांग्रेस मजबूत होगी तो इंडिया अलाइंस मजबूत होगा इसलिए कांग्रेस को मजबूत करने के लिए अलग अलग राज्यों में चुनाव जीतना जरूरी है. राजस्थान, तेलांगना, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ इन सब राज्यों में अगर हम सरकार बनाएंगे तो 2024 का जो हमारा संघर्ष है वो जीत सकते हैं.


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