Tonk News: राजस्थान में गहलोत सरकार द्वारा लगाए जा रहे महंगाई राहत कैम्पों का आयोजन किया जा रहा है. हर दिन इसमें लाखों की तादाद में आमजन अपना रजिस्ट्रेशन करवा रहे हैं. वहीं एक ओर टोंक जिला मुख्यालय पर तो इन शिविरों में लोगों की जबरदस्त भीड़ उमड़ रही है. लेकिन दूसरी ओर निवाई नगर पालिका में भाजपा पार्टी के नगर पालिका अध्यक्ष दिलीप ईसरानी और ईओ महिमा डांगी की लापरवाही के चलते इन शिविरों में सुविधा और संसाधनों के नाम पर लाखों का फंड तो खर्च कर दिया.


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आमजन तक इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है. शहरवासियों की माने तो भाजपा के पालिका अध्यक्ष दिलीप ईसरानी कांग्रेस सरकार की महत्वकांक्षी योजना और महंगाई राहत कैम्प को निवाई में फेल करने में जुटे हैं. हद तो यह है कि पिछले एक सप्ताह में 10 हजार आवेदकों का भी रजिस्ट्रेशन निवाई नगर पालिका में नहीं हो पाया है. रजिस्ट्रेशन की सुस्ती पर जिला कलेक्टर सहित नगर निकाय के आलाधिकारी भी ईओ महिमा डांगी को निर्देश दे चुके हैं, लेकिन सूबे की मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तो आमजन को सरकार की सभी योजनाओं का सीधा लाभ देने की कोशिश कर रहे है.


इस योजनाओं का कैंप लगाकर घर घर तक गरीब और जरूरतमंद को राहत देने की तमाम कोशिशों पर भाजपा के पालिकाअध्यक्ष दिलीप ईसरानी पानी फेरते नजर आ रहे हैं. हमारे संवाददाता पुरुषोत्तम जोशी ने निवाई के नगर पालिका कार्यालय और सामुदायिक भवन स्थित संचालित स्थाई कैंप का जायजा लिया तो हैरत करने वाली जानकारी सामने आई.


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निवाई नगर पालिका के भाजपा पार्टी के निर्वाचित पालिका अध्यक्ष दिलीप ईसरानी ने कैम्प के नाम पर नए एसी कूलर,नए हाई क्वालिटी कंप्यूटर,एलईडी स्क्रीन तक पर लाखों रुपए का खर्च कर सरकारी खजाने को चपत लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ी, लेकिन शिविर में इन संसाधनों, सुविधाओं तक का लाभ लेने वाले शहरवासी नजर नहीं आए. कुर्सियां खाली पड़ी थी और रजिस्ट्रेशन करने वाले कर्मचारी कूलर की ठंडी हवां में सुस्ता रहे थे.