जिला बनाने वाली कमेटी का कार्यकाल बढ़ते ही फिर तेज हुई केकड़ी को जिला बनाने की मांग
Tonk News: राजस्थान में एक तरफ जहां नवीन जिला बनाने वाली कमेटी का कार्यकाल प्रदेश सरकार की ओर से आगामी 6 माह के लिए बढ़ा दिया गया है, तो दूसरी ओर अब जगह-जगह अपने क्षेत्र को जिला बनाने की मांग भी उठने लगी हैं.
Tonk, Malpura: प्रदेश में एक तरफ जहां नवीन जिला बनाने वाली कमेटी का कार्यकाल प्रदेश सरकार की ओर से आगामी 6 माह के लिए बढ़ा दिया गया है वहीं अब जगह-जगह अपने क्षेत्र को जिला बनाने की पुरजोर मांग उठने लगी है. कल प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सामने प्रदेश के पूर्व चिकित्सा मंत्री और केकड़ी विधायक रघु शर्मा की ओर से केकड़ी को जिला बनाने की मांग करते हुए मुख्यमंत्री को मसूदा, केकड़ी और मालपुरा विधानसभा को जोड़कर केकड़ी को जिला बनाने की मांग रखी.
जिसमें बताया गया कि मसूदा विधायक राकेश कुमार पारीक और मालपुरा के विधानसभा में कांग्रेस का विधायक नहीं होने से कांग्रेस संगठन और केकड़ी विधानसभा की ओर से इन तीनों विधानसभाओं को मिलाकर केकड़ी को जिला बनाने की मांग रखी. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही टोंक जिले के मालपुरा में सियासी पारा गर्म हो गया है.
अब मालपुरा में भाजपा कार्यकर्ताओं सहित मालपुरा क्षेत्रवासियों ने इसके लिए अपनी आवाज में विरोध के स्वर मुखर कर दिए हैं. आज भाजपाइयों के साथ शहरवासियों ने मालपुरा के कांग्रेस संगठन को सत्ता में होने के बावजूद कमजोर होने व मालपुरा को जिला बनाने की मांग नहीं करते हुए केकड़ी में शामिल करने की मांग को गलत ठहराते हुए लोगों ने बताया कि केकड़ी से बड़ा मालपुरा है.
मालपुरा को जिला बनाना चाहिए. जिला बनाने की मांग को लेकर आज मालपुरा नगर पालिका अध्यक्ष सोनिया सोनी, भाजपा शहर मंडल अध्यक्ष त्रिलोक जैन के नेतृत्व में बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ताओं व शहरवासियों ने जुलूस निकालकर मुख्यमंत्री के नाम तहसीलदार सहदेव मण्डा को ज्ञापन सौंपते हुए मालपुरा को जिला बनाने की मांग की.
फिलहाल पूरे मामले को लेकर टोंक जिले और मालपुरा के कांग्रेसियों ने चुप्पी साध ली है. अब देखने वाली बात होगी कि चुनावी साल में मालपुरा-केकडी को जिला बनाने को लेकर शुरू हुआ सियासी संग्राम कितना रंग दिखा पाता है.
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