Tonk news: पीपलू क्षेत्र की के हाडीकला, हाड़ीखुर्द, जैबाडिय़ा, सोहेला गांवों के 20 हजार किसानों के लिए खुशखबरी हैं. किसानों की कुल 1250.26 हेक्टेयर जमीन की सिंचाई के लिए दौलतसागर बांध की नहरों से पानी मिलता है. जिसकी कच्ची नहरें 78 साल बाद पक्की हो रही हैं. 1955 में बने दौलतसागर बांध की कच्ची नहरों को पक्की किए जाने का कार्य युद्धस्तर पर चल रहा हैं. अब तक नहरों के कच्ची होने से टेल तक के किसानों को सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी नहीं मिल पाता था जिससे उत्पादन भी कम होता था. 


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जल संसाधन विभाग के कनिष्ठ अभियंता मुकेश गुर्जर ने बताया कि ईआरएम योजनान्तर्गत दौलत सागर बांध की कच्ची नहरों के पक्का निर्माण को लेकर 3 करोड़ 53 लाख 30 हजार रूपए की लागत से कार्य युद्धस्तर पर चल रहा हैं. उन्होंने बताया कि दौलत सागर बांध की बायी मुख्य नहर की लंबाई 4.318 किमी, दायीं मुख्य नहर की लंबाई 6.479 किमी हैं. जिस पर पक्का निर्माण कार्य चल रहा हैं. 


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खास बात यह हैं कि गुणवत्तापूर्ण कार्य को लेकर जल संसाधन विभाग के अधिशासी अभियंता अशोक जैन, कनिष्ठ अभियंता मुकेश गुर्जर, सरपंच ममता जाट सहित विभिन्न जनप्रतिनिधि लगातार मॉनिटरिंग कर रहे हैं. बांध की नहरों का पक्का निर्माण होने से अंतिम छोर के किसानों को समय पर व सुगमता से पानी उपलब्ध हो सकेगा. साथ ही 20 हजार से अधिक किसान लाभान्वित होंगे. नहरों के पक्का निर्माण के बाद समुचित पानी का उपयोग सिंचाई हेतु हो सकेगा. दौलतसागर बांध की भराव क्षमता 13 फीट हैं.