Ayodhya Ram Mandir:अयोध्या में नवनिर्मित भव्य राम मंदिर के रामलला मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा समारोह 22 जनवरी को है. गीता प्रेस की ओर से पुष्पक विमान अयोध्या भेजा गया है. इसके अलावा धार्मिक किताबें अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में आने वाले अतिथियों को गीता प्रेस की ओर से गिफ्ट की जाएंगी.


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राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के लिए जयपुर से 2100 सरसों के तेल के पीपे भेजे जाएंगे. सीता रसोई के लिए तेल के पीपे भेजे जाएंगे. हाल ही में जयपुर में भव्य शोभा यात्रा निकाली गई. अयोध्या नगरी में श्री राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा में को लेकर छोटी काशी जयपुर में उत्साह का माहौल देखने को मिल रहा है. जगह-जगह पर श्री राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर कई आयोजन किए जा रहे है.


अयोध्या राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा को लेकर जोर-शोर से तैयारियां जारी है. 22 जनवरी को पीएम मोदी की मौजूदगी में रामलला विराजमान होंगे. लगभग राम  मंदिर पूरी तरह तैयार हो गया है. राम मंदिर को बनाने में लोहा और सीमेंट का इस्तेमाल नहीं किया गया है. इस मंदिर को सिर्फ पत्थरों से बनाया गया है, जिनको टेक्नोलॉजी की मदद से फिट किया गया है. 


इस काम में IIT मुंबई, IIT दिल्ली, IIT चेन्नई, IIT गुवाहाटी, IIT मद्रास, NIT सूरत और IIT खड़गपुर के अलावा CSIR यानी Council of Scientific & Industrial Research और CBRI यानी सेंट्रल बिल्डिंग रिसर्च इंस्ट्टीट्यूट ने मदद की. इसके अलावा लार्सन टुब्रो और टाटा के एक्पर्ट इंजीनियर्स ने राम मंदिर के काम में अहम भूमिका निभाई. 


मंदिर को बनाने में इस्तेमाल हर चीज को लेकर अलग-अलग एक्सपर्ट से राय ली गई है. लंबे वक्त तक परीक्षण के बाद सभी चीजों को फाइनल किया गया है. इसके अलावा रडार सर्वे का भी सहारा लिया गया. करीब 50 फुट गहरी खुदाई के बाद तय किया गया कि कृत्रिम चट्टान तैयार की जाए.