Banwara: जिले के भूंगडा थाना क्षेत्र (Bhungda Thana Area) के हंगरीपाडा महुवाल गांव में शुक्रवार को बिना मुंडेर के कुएं में गिरकर 2 सगी बहनों और भाई की मौत हो गई. तीनों बच्चों की मौत (Death) से सदमें में आई मां ने भी कुएं में छलांग लगा दी, जिस पर ग्रामीणों ने उसे कुएं से बाहर निकाला और एमजी चिकित्सालय भर्ती करवाया. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

यह भी पढ़ें- Video: बिना मुंडेर का कुआं बना मौत का अड्डा, एक ही परिवार के 3 बच्चों की डूबने से मौत


 


वहीं, तीनों बच्चों के शवों को भी एमजी चिकित्सालय की मोर्चरी में रात को रखवा दिया गया था और आज इनका पोस्टमार्टम करवाया गया. तीनों का शव परिजनों को सौंपा गया. 


यह भी पढ़ें- Bharatpur: तीन साल की मासूम का अचानक फिसला पैर, कुएं में डूबने से हुई मौत


 


भूंगडा थानाधिकारी गजवीर सिंह (Gajveer Singh) ने बताया कि गणेश का 5 वर्षीय पुत्र विजयपाल, 8 साल की बेटी सारिका और 10 साल की गुडडी अपने घर से 100 मीटर दूर बिना मुंडेर के कुएं पर कपड़े धोने गए थे. पानी निकालते समय एक बच्चे का पैर फिसला और वो कुएं में गिर गया, जिसके बाद उसे बचाने के लिए दूसरे और तीसरे ने भी कुएं में गिर गए, जिससे इन तीनों की मौत हो गई. वहीं, इस हादसे के बाद से मां ने भी कुएं में छलांग लगा दी थी पर ग्रामीणों ने उसे बाहर निकाल लिया और चिकित्सालय भर्ती करवाया गया. 



जिले के हर गांव में हैं मौत के कुएं
जिले में हर गांव के खेतों में ऐसे मौत के कुएं बने हुए हैं. जिले के ग्रामीण क्षेत्र में गरीबी के चलते किसान पानी के लिए कच्चे कुए खेत में बना लेता है और उसकी मुंडेर नहीं बना पाता है. वहीं, बरसात में यह कुएं बहुत डरावने हो जाते हैं और इनकी जमीन धंसने लगती है, जिससे यहां पर हादसे होते रहते हैं. हर साल 10 लोगों की इन बिना मुंडेर के कुए में गिरने से मौत हो जाती है. 


ज़ी मीडिया ने इस पूरे मामले को 2 अगस्त को प्रमुखता से बताया था और सरकार और जिला प्रशासन को इस बारे में अवगत करवाया था पर इस ओर अबतक किसी ने ध्यान नहीं दिया और आज यह हादसा भी हो गया.


Reporter- Ajay Ojha