PM Fasal Bima Yojana : राजस्थान में कड़ाके की ठंड का दौर जारी है. शीतलहर और पाला पड़ने की वजह से प्रदेश के कई इलाकों में फसलों को भारी नुकसान हुआ है. गेहूं, चना, अलसी मसूर एवं राई/ सरसों, सूरजमुखी, तारामीरा, जौ, मक्का, जीरा, इसबगोल, आलू, मटर, मेथी आदि राज्यों के विभिन्न क्षेत्रों में बोई जाने वाली मुख्य फसलें शामिल हैं. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

कड़ाके की ठण्ड के बीच फसलों को प्राकृतिक नुकसान से भी बचाने की जरुरत है. ऐसे में केंद्र की मोदी सरकार की प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना फसलों को कवच दे रही है. इस योजना के अन्तर्गत अगर फसलों को प्राकृतिक रूप से कोई नुक्सान होता है तो सरकार किसानों को मुआवजा दे रही है. 


इस योजना के तहत किसानों को रबी फसलों पर डेढ़ प्रतिशत के हिसाब से प्रीमियम देय होगा, जबकि बची हुई राशि सरकार बीमा कंपनी को देगी. इस योजना के अंतर्गत किसानों को इंश्योरेंस काफी कम दर पर मिल जाता है. साथ ही बागवानी फसलों का बीमा भी इस योजना के अनतगत आता है. लेकिन इसकी प्रीमियम दर पांच प्रतिशत रखी गई है.


योजना का लाभ लेने के लिए किसानों को आधार संख्या, बैंक पासबुक, भूमि रिकॉर्ड / किरायेदारी समझौते, और स्व-घोषणा प्रमाण पत्र आदि दस्तावेज लेकर पास रखना होगा. इसके बाद अपने नजदीकी बैंक, प्राथमिक कृषि ऋण सोसायटी, कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) csc/ ग्राम स्तरीय उद्यमियों (वीएलई), कृषि विभाग के कार्यालय, बीमा कंपनी के प्रतिनिधि या सीधे राष्ट्रीय फसल योजना एनसीआईपी के पोर्टल ) के माध्यम से ऑनलाइन कर सकता है. बीमा के संबंध में कोई भी जानकारी के लिए किसान फसल बीमा कंपनी के टोल फ्री नम्बर पर कॉल करके जानकारी प्राप्त कर सकते हैं या केंद्र सरकार के टोल फ्री नंबर 18001801551 पर भी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं.