`यह वो चूल्हा नहीं जहां कोई भी रोटी सेक ले`, धूणी दर्शन विवाद मामले में लक्ष्यराज सिंह बोले-मेरे परिवार को 40 साल पुराना दर्द याद है
Rajasthan News: `यह वो चूल्हा नहीं जहां कोई भी रोटी सेक ले`, धूणी दर्शन विवाद मामले में लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने बड़ा बयान दिया. साथ ही उन्होंने कहा कि मेरे परिवार को 40 साल पुराना दर्द याद है.
Udaipur News: धूणी दर्शन के लिए मेवाड़ के पूर्व राज परिवार के बीच चल रहे विवाद को लेकर आज सिटी पैलेस प्रबंधन की ओर से अरविंद सिंह मेवाड़ के पुत्र लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने मीडिया के सामने अपनी बात को रखा.
उन्होंने कहा कि सड़क पर शक्ति प्रदर्शन कर कुछ लोग उन पर दबाव बनाना चाह रहे हैं, लेकिन उन्हें अपनी बात को कानून संवत रखना चाहिए.
उन्होंने कहा कि सोमवार को जो घटनाक्रम हुआ उसे उदयपुर की छवि विश्व पटल पर खराब हुई है. लाखों लोग इससे परेशान हो रहे हैं, जो लोग ऐसा कर रहे हैं वह सरकार में ऊंचे पदों पर बैठे हुए हैं.
लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने कहा कि यही कारण है कि उदयपुर में कानून व्यवस्था कहीं दिखाई नहीं दे रही है. लगातार उनके ऊपर दबाव बनाने का काम किया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि सोमवार को हुए घटनाक्रम को देखकर 1984 में हुए घटनाक्रम की यादें उनके जहन में ताजा हुई है. जब बड़ी मुश्किल से उनके पिता माता और बहनों ने अपनी जान बचाई थी. कुछ ऐसे ही स्थितियां इस बार भी बनी. हालांकि इस दौरान उन्होंने मीडिया के किसी भी सवाल का जवाब नहीं दिया.
लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने कहा, '' गुंडागर्दी के जरिए ना पहले निकला, ना आगे रास्ता निकल सकेगा. मेरे परिवार को 40 साल पुराना दर्द याद है. विवाद वाले दिन धारा 144 लागू करवानी चाहिए थी. निजी फायदे के लिए कानून को किनारे किया जा रहा है. एक परिवार विशेष को छूट देना निंदनीय है. उदयपुर की जनता से भी अपील है कि सभी शांति बनाए रखें.
...जबरदस्ती घरों में घुसने की कोशिश में अगर बड़ा हादसा हो जाता तो कौन जिम्मेदार होता? मामले में राजनीति करने वालों को कहूंगा यह वो चूल्हा नहीं जहां कोई भी रोटी सेक ले.''