Udaipur: अक्सर देखा गया है कि सरकारी अस्पतालों में जब किसी अधिकारी द्वारा निरीक्षण किया जाता है तभी उस संस्थान के कर्मचारी आनन-फानन में अस्पताल की साफ सफाई करते नजर आते हैं. फिर दूसरे दिन अस्पताल के गंदगी के वही आलम दोबारा हो जाते हैं. पर उदयपुर जिले (Udaipur News) के झाडोल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की कमान पिछले 6 माह पूर्व डॉ रमेश कटारा (Doctor Ramesh Katara) ने संभाली. तब से वह इस परिसर की साफ सफाई पर पूरा ध्यान देने लगे. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

चिकित्सक ने सबसे पहले पूरे परिसर का रंग रोगन करवाया. उसके बाद फर्श और लेटबॉथ में टाइल्स को बदलवा कर पूरे परिसर की मशीनों से घिसाई कर साफ सफाई करवाई. इन सब काम में करीब 4 माह का समय लगा तब जाकर आज झाडोल का यह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एक निजी अस्पताल की तरह चमक रहा है. गत दिनों उदयपुर सीएमएचओ डॉ. दिनेश खराड़ी भी जब यहां आए तो यहां की सफाई व्यवस्था देख कर दंग रह गए. 


यह भी पढ़ें - वसुंधरा राजे ने श्रीनाथजी के किए दर्शन, कहा- अगर प्यार करोगे तो प्यार वापस मिलता है


वहीं, अन्य संस्थानों के चिकित्सकों को नसीहत देते हुए नहीं थक रहे. खराड़ी ने सीएससी प्रभारी की तारीफ करते हुए बताया कि इंसान अगर ठान ले तो कोई भी काम असंभव नहीं है. सीएससी झाडोल के प्रभारी ने परिसर में पहनने के लिए सभी कार्मिकों को अलग से चप्पल भी उपलब्ध करवाएं. वहीं, बाहरी धूल मिट्टी परिसर में नहीं आए इसके लिए सीएससी परिसर के बाहर ही सभी मरीजों के जूते चप्पलों को खुलवाने पर भी जोर देते हुए एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी को इसके लिए अलग से जिम्मेदारी भी सौंपी गई है. सरकारी अस्पताल में इस तरह की व्यवस्था करने वाला यह उदयपुर जिले का एकमात्र अस्पताल है.