G20 Sherpa meet: उदयपुर में 5 दिसंबर से तीन दिवसीय जी-20 शेरपा मीट का आयोजन होने जा रहा है. राजस्थान पर्यटन विभाग की ओर से ब्रांडिंग, होर्डिंग, झंडे, राजस्थानी कलाकृतियों और प्रदेश की समृद्ध संस्कृति का अहसास कराने वाले प्रचार प्रसार के संसाधनों को महाराणा प्रताप हवाई अड्डे पर प्रदर्शित किया गया. इस दौरान मेहमानों का परंपरागत वाद्य यंत्र सारंगी, रावण-हत्था, मोरचंग, एकतारा के साथ लोक कलाकार हवाई हवाई-अड्डे के अंदर और बाहर शाही स्वागत करने के लिए तैयार हैं.


उदयपुर शहर को दुल्हन की तरह सजाया


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

राजस्थान सरकार और पर्यटन विभाग ने इस आयोजन को लेकर शहर के सौंदर्यीकरण पर विशेष रूप सजाया जा रहा. इसके तहत महाराणा प्रताप हवाई-अड्डे से शहर की सडक़ों को सजाया जा रहा है. वहीं शहर की विशेष रूप से साफ-सफाई की जा रही. यातायात सुचारू बनाए रखने के लिए यातायात पुलिस तैनात की जा रही है. प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर, उदयपुर शहर का अलग ही नजारा देख सकें. करीब 20 देशों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधियों के आगमन से आयोजन महत्वपूर्ण हो जाता है. महाराणा हवाई अड्डे से जी-20 थीम के अनुसार ब्रांडिंग और उदयपुर शहर व सडक़ों का सौंदर्यीकरण किया जा रहा.


लोक कलाकार राजस्थानी लोकगीतों की छटा बिखेर रहे


प्रमुख पर्यटन सचिव डॉ.गायत्री राठौड़ ने बताया कि विश्व में अपनी पहचान रखने वाले राजस्थानी संगीत के विख्यात लोक कलाकारों के विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी जाएगी. रविवार को डेजर्ट म्यूजिक सिम्फनी का नेतृत्व संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार विजेता गाजी खान बरना और लंगा और मांगणियार दोनों लोक संगीत के उस्तादों के द्वारा किया जाएगा.  स्वागत संगीत में कैलीडोस्कोप और कमाइचा, सिंधी सारंगी, अलगोजा, मुरली, सुरिंडा, हारमोनियम, खरताल, भापंग, ढोलक, तंदूर, मोरचंग, मंजीरा और मटका जैसे लोक संगीत वाद्ययंत्रों से लोक कलाकारों द्वारा कार्यक्रम में भारतीय संस्कृति का रंग बिखेरा जाएगा.


ये भी पढ़ें- जयपुर कलेक्ट्रेट में ई-फाइल सिस्टम शुरू, टेबल पर भरी फाइलों और जंग लगी अलमारी से ऐसे मिलेगी निजात


4 दिसंबर को शाम को लीला पैलेस के शीश महल में रिसेप्शन के दौरान मंगनियार अंबा के द्वारा सिंफनी के नेतृत्व में डेजर्ट म्यूजिक को प्रसिद्ध नाटक अकादमी पुरस्कार विजेता गाजी खान अपनी वाद्य यंत्रों से प्रस्तुति देंगे. इसी तरह शेरपा डेलीगेट्स के सामने रविवार को राजस्थानी लोक कथाओं का आयोजन किया जाए. अंतिम दिन नृत्य सम्मेलन होगा. इसमें शास्त्रीय और पारंपरिक भारतीय नृत्य की प्रस्तुति होगी. जिसमें भरतनाट्यम, कथक, कथकली, मणिपुरी, ओडिसी, घूमर, कालबेलिया और गरबा पर लोक कलाकार प्रदर्शन करेंगे. इसके साथ ही विश्व प्रसिद्ध राजस्थानी व्यंजन भी कार्यक्रम का विशेष आकर्षण रहेगा.