गोगुंदा: भुताला के माध्यमिक विद्यालय के बरामदे की छत का प्लास्टर गिरा, बड़ा हादसा टला
विद्यार्थियों के कक्षाओं में होने से किसी भी छात्र को चोट नहीं लगी. कुछ देर पहले उसी बरामदे में बैठ कर बच्चों ने लंच किया था. उस दौरान घटना होने पर बड़ी दुर्घटना हो सकती थी. विद्यालय के प्रधानाचार्य रमेश पुरोहित ने बताया की स्कूल में कुल 485 बच्चों के नामांकन होने के साथ 16 का टीचिंग स्टाफ कार्यरत हैं. 12कमरों के बावजूद बच्चों के बैठने की समस्या हैं.
Gogunda: उदयपुर जिले के गोगुंदा उपखंड के बड़गांव पंचायत समिति के भूताला गांव के सीनियर सेकेंडरी स्कूल में सोमवार दोपहर को विद्यालय समय के दौरान अचानक बरामदे की छत का प्लास्टर गिर गया हालांकि कोई प्लास्टर के गिरने स्व जनहानि नहीं हुई. इससे बड़ा हादसा होने से टल गया.
जानकारी के अनुसार, सुबह करीब 11 बजे स्कूल में छात्र लंच कर रहे थे. लंच के बाद विद्यार्थी जैसे ही कक्षाओं में बैठे. उसके बाद अचानक ही बरामदे की छत का प्लास्टर गिर गया. प्लास्टर गिरने से स्टॉफ और विद्यार्थी घबरा गए. साथ ही प्लास्टर गिरने की सूचना पर विभाग के अधिकारी और ग्रामीण मौके पर एकत्रित हो गए हालांकि बड़ा हादसा होने से टल गया.
यह भी पढे़ं- हरीश चौधरी का बड़ा बयान, CM गहलोत को कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने की चल रही अटकलें
विद्यार्थियों के कक्षाओं में होने से किसी भी छात्र को चोट नहीं लगी. कुछ देर पहले उसी बरामदे में बैठ कर बच्चों ने लंच किया था. उस दौरान घटना होने पर बड़ी दुर्घटना हो सकती थी. विद्यालय के प्रधानाचार्य रमेश पुरोहित ने बताया की स्कूल में कुल 485 बच्चों के नामांकन होने के साथ 16 का टीचिंग स्टाफ कार्यरत हैं. 12कमरों के बावजूद बच्चों के बैठने की समस्या हैं.
क्या कहना है भुताला सरपंच मोहन सिंह राजपूत का
भुताला सरपंच मोहन सिंह राजपूत का कहना है कि क्षेत्र में 6 छोटे बड़े स्कूल हैं. जिन सभी की स्थिति बहुत खराब हैं. कभी भी हादसा हो सकता हैं. इस बारे में मैनें कई बार पंचायत समिति बीडीओ, शिक्षा विभाग समेत सभी अधिकारियों को पत्र लिखकर अवगत करवाया लेकिन किसी ने समाधान नहीं किया था. आज भी घटना के बाद मैंने बडगांव बीडीओ, प्रधान और सीईओ को जानकारी देकर तुरंत समाधान की मांग की हैं.
क्या कहना है बड़गांव प्रधान प्रतिभा नागदा का
वहीं, बड़गांव प्रधान प्रतिभा नागदा का कहना है कि हमारे पास स्कूल के जर्जर होने की सूचना मिली तब ही 18 फरवरी को स्वीकृति जारी करवा दी थी. पंचायत समिति की मरम्मत फंड लिमिट 2 लाख होती हैं, जो की पूरी निकाल दी गई लेकिन ग्राम पंचायत की लापरवाही से काम नहीं हो पाया. मैने बीडीओ से घटना के संबंध में बात की हैं. सचिव से वो फीडबैक लेंगे की काम अब तक क्यों नहीं करवाया गया था.
उदयपुर की खबरों के लिए यहां क्लिक करें.
यह भी पढे़ं- पुरुष ही नहीं, स्त्रियों की इन जगहों पर तिल होता है बहुत लकी, हर काम में मिलती है तरक्की
यह भी पढे़ं- Chanakya Niti: भरी महफिल में महिलाएं हमेशा नोटिस करती हैं पुरुषों की ये आदतें, नहीं चलने देती किसी को पता
यह भी पढ़ें- Chanakya Niti: सांप से ज्यादा जहरीले होते हैं जिंदगी में ये 3 लोग, बिना जहर उगले ही लेते हैं डस
यह भी पढ़ें- बसे-बसाए घर को तहस-नहस कर देती हैं इस तरह की महिलाएं, जानें आपके घर में लक्ष्मी या....
यह भी पढे़ं- शादीशुदा पतियों के लिए खास कैंप, कुंआरे लड़के भी जरूर करें अटेंड, मिलेगा प्यार ही प्यार