Udaipur: उदयपुर के जिला कलक्टर ताराचंद मीणा ने शनिवार को जावर माइंस क्षेत्र में जावर माता कृषि विकास केन्द्र का शुभारम्भ किया. कलक्टर मीणा ने कहा कि हिन्दुस्तान जिंक द्वारा की गई पहल से किसानों को आधुनिक कृषि एवं तकनीक के साथ ही कृषि प्रसंस्करण की योजना से उन्हें लाभ मिलेगा. जिससे उनकी आय में वृद्धि होने से विकास होगा.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

जावर क्षेत्र में शहद के प्रोसेसिंग युनिट 
कार्यक्रम में किसानों को अपने उत्पादों की अच्छी कीमत प्राप्त करने के लिये प्रसंस्करण युनिट से जुड़ने और छोटी इकाईयों को शुरू करने हेतु सरकारी योजनाओं और ऋण की बारे में विस्तार से जानकारी दी गई. कलक्टर मीणा ने जावर क्षेत्र में शहद के प्रोसेसिंग युनिट की संभावानाओं के प्रति किसानों को जागरूक किया. उन्होनें जिंक द्वारा ग्रामीण विकास हेतु संचालित परियोजनाओं, स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से महिला सशक्तिरण एवं किसानों के लिये किये जा रहे कार्यो की सराहना की.


इस अवसर पर जावर सरपंच प्रकाश मीणा, कृषि उपनिदेशक सुधीर कुमार वर्मा, बागवानी उपनिदेशक डॉ केएन सिंह, पशुधन उपनिदेशक डॉ भारद्वाज, बायफ मुख्य कार्यक्रम प्रबंधक सुरेन्द्र वेडिया, आईबीयू जावर के सीईओ विनोद कुमार, हिन्दुस्तान जिंक की सीएसआर प्रमुख अनुपम निधि, जावर माइंस मजदूर संघ के महामंत्री लालूराम, कार्यकारी अध्यक्ष नागाराम एवं किसान मौजूद थे.


ये भी पढ़ें- Gogunda दोस्त ने दोस्त को दिया धोखा, घर में की चोरी, उड़ाए लाखों के जेवरात


समाधान परियोजना से किसानों को मिला संबल
समाधान परियोजना अंतर्गत जावर में इस कृषि विकास केन्द्र से 740 किसान जुड़े हैं. इनमें 40 प्रतिशत महिलाएं हैं और जावर माता कृषि विकास केन्द्र के जरिये 37 एफआईजी जुड़े हैं. यह अनूठा कार्यक्रम है जिसके माध्यम से 5 कृषि विकास केन्द्र स्थापित किए गए हैं. इससे किसान लाभार्थियों को कृषि सेवा केन्द्र का लाभ मिलेगा. इस केन्द्र से जुडे किसान हिस्सेदारों को उनकी मांग के अनुरूप एफपीओ के माध्यम से फसल के बीज, उर्वरक, कीटनाशक आदि उचित दर पर उपलब्ध होगें. इसी तरह एफपीओ जावर के अतिरिक्त देबारी, राजसमंद, चित्तौड़गढ़ और भीलवाड़ा में स्थापित किए गए हैं.


अपने जिले की खबर देखने के लिए यहां क्लिक करें