जानिए क्यों चिंतन शिविर से गायब हुआ कांग्रेस अध्यक्ष के लिए गांधी, गैर गांधी का मुद्दा?
उदयपुर में कांग्रेस के नव संकल्प शिविर से पार्टी के अध्यक्ष पद पर गांधी और गैर गांधी का मुद्दा नदारद है. आज सुबह मीडिया से मुखातिब हुए कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अजय माकन ने स्पष्ट कर दिया कि भले ही पार्टी में भीतर और बाहर इस मुद्दे पर डिबेट रही हो, लेकिन इस शिविर में इस विषय पर कोई चर्चा नहीं होगी.
Udaipur: उदयपुर में कांग्रेस के नव संकल्प शिविर से पार्टी के अध्यक्ष पद पर गांधी और गैर गांधी का मुद्दा नदारद है. आज सुबह मीडिया से मुखातिब हुए कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अजय माकन ने स्पष्ट कर दिया कि भले ही पार्टी में भीतर और बाहर इस मुद्दे पर डिबेट रही हो, लेकिन इस शिविर में इस विषय पर कोई चर्चा नहीं होगी.
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पार्टी के अध्यक्ष पद की प्रक्रिया चल रही है. अब उस पद पर अध्यक्ष गांधी परिवार से होगा या गैर गांधी परिवार से होगा. इस बारे में कोई बात नहीं होने जा रही. गौरतलब है कि रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने जो ब्लूप्रिंट गांधी परिवार के समक्ष पेश किया था, उससे भी यही जानकारी सामने आयी थी कि पार्टी के अध्यक्ष पद को लेकर गैर गांधी नेता को जिम्मेदारी सौंपी जानी चाहिए.
इसके अलावा जी 23 के अगुवा नेता कपिल सिब्बल अभी तक शिविर में नहीं पहुंचे हैं. उनके नहीं आने को लेकर भी कई तरह की सियासी अटकलें शुरू हो गई है. हालाँकि जी 23 ग्रुप के नेताओं को अलग-अलग कमेटियों में जगह दी गयी है.
शिविर में बड़ा फैसला
कांग्रेस चिंतन शिविर में आगामी चुनावों को लेकर बड़ा फैसला लिया गया है. टिकटों को लेकर पार्टी बड़े स्तर पर बदलाव की तैयारी कर रही है. जिसके तहत अब एक परिवार से केवल एक ही टिकट मिलेगा. चिंतन शिविर में संगठन में बदलाव और राजनीतिक मामलों पर बने पैनल ने यह सिफारिश की है. कांग्रेस के राजस्थान प्रभारी महासचिव अजय माकन ने उदयपुर में मीडिया से बातचीत में कहा कि हमारे पैनल में यह चर्चा हुई है. एक परिवार से एक पद के फॉर्मूले को लागू किया जाए. इसके तहत अब पार्टी में एक परिवार से एक ही व्यक्ति को ही टिकट देने पर चर्चा हुई है. जिसे भी टिकट दिया जाए, उसने कम से कम 5 साल पार्टी में काम किया हो. सीधे टिकट नहीं दिया जाए. नए आने वालों को टिकट नहीं मिलेगा.
Reporter- Avinash Jagnawat