Udaipur: उदयपुर जिले के आदिवासी अंचल के सालपुरा गांव में आयोजिति हो रहा. आदिवासी परिवार का सामान्य विवाह समारोह उस समय खास हो गया जब झल्लारा थाना अधिकारी परमेश्वर पाटीदार अपने स्टाफ के साथ परिवार के रिश्तेदारों की तरह विवाह की रस्म को निभाया. यह देखकर जहां ग्रामीण दंग रह गए, तो वहीं थानाधिकारी के इस कार्य ने पुलिस के आमजन में विश्वास और अपराधियों में भय के स्लोगन को भी साकार कर दिया.


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कोरोना संक्रमण (Corona Pandemic) के इस दौर में आयोजित हो रहे विवाह समारोह (Wedding Ceremony) में पुलिस अधिकारी कोविड गाइड लाइन की पालना करवाने के लिए पाबंद करने पहुंचते ही विवाह समारोह में इस तरह पुलिस के आने से लोग सहम जाते हैं, लेकिन उदयपुर जिले के आदिवासी क्षेत्र के सालपुरा गांव में आयोजित हो रहे आदिवासी परिवार के विवाह समारोह में पुलिस अधिकारी पहुंचे तो वहां मौजूद लोगों में खुशी की लहर छा गई.


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दरअसल, गांव के रहने वाले हीराभाई मीणा पिछले करीब 40 वर्षो से झल्लारा थाने में खाना बनाने का काम कर रहे हैं. थाने में मौजूद स्टॉफ वर्षों से उन्हीं के हाथों से बना खाना खा रहे हैं. ऐसे में जब हीराभाई ने जब अपने बेटे के विवाह समारोह के लिए थाना स्टाफ को आमन्त्रि किया, इस पर झल्लारा थाना अधिकारी परमेश्वर पाटीदार आने स्टाफ के साथ विवाह समारोह में शिरकत करने पहुंच गए.


इस दौरान उन्होंने परिवार के एक सदस्य की तरह थाना स्टाफ के साथ वैवाहिक रस्मों को निभाया. पाटीदार ने विवाह समारोह में हिराभाई और दूल्हे के साथ परिवार के अन्य सदस्यों को नुत पेरावण की रस्म अदा की. यह मजार देख आदिवासी समाज के लोग भी खुश हो गए. इस दौरान वहां मौजूद आदिवासी समाज के लोगों ने गीतों द्वारा झल्लारा थानाधिकारी पाटीदार और उनकी टीम का आदिवासी परम्परानुसार उनके स्वागत में गीत गाए किया. झल्लारा थानाधिकारी की ओर से की गई रस्म अदायगी पूरे गांव में चर्चा का विषय बनी हुई है.


Reporter- Avinash Jagnawat